नई दिल्ली: राजस्थान में सियासी उठापटक का दौर अभी खत्म नहीं हुआ है, लेकिन कांग्रेस पार्टी की गहलोत सरकार जांच से बचने को लेकर जुगाड़ तैयार कर लिया है. ये जुगाड़ तो एक बहाना है, असल मकसद खुद को बचाना है. 


तिकड़मबाजी पर पर्दा डालने की कांग्रेसी कोशिश


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

दरअसल, राजस्थान में राजनीतिक बखेड़े के बीच फोन टैपिंग मामले को लेकर सचिन पायलट और भाजपा ने सीबीआई जांच की मांग की तो सूबे की गहलोत सरकार ने नई अधिसूचना जारी कर दी है.


राजस्थान में CBI जांच के लिए अब राज्य सरकार की इजाजत जरूरी होगी. गहलोत सरकार ने अधिसूचना जारी की है. परिस्थिति के अनुसार किसी केस पर सहमति मिलेगी.


फोन टैपिंग मामले में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह को नोटिस


राजस्थान फोन टैपिंग मामले में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को नोटिस जारी किया गया है. राजस्थान SOG ने गजेंद्र सिंह शेखावत को नोटिस भेजा है. SOG ने नोटिस भेजकर गजेंद्र सिंह शेखावत से पूछताछ का वक्त मांगा है.


कांग्रेस पार्टी ने भले ही सचिन पायलट के पर कतर दिए गए हो, लेकिन राजस्थान की सियासी संग्राम में सचिन पायलट लगातार गहलोत की मुश्किलें बढ़ाते दिख रहे हैं. सचिन पायलट ने फोन टैपिंग मामले में सीबीआई जांच की मांग की तो कांग्रेस को मिर्ची भी लग गई और वो अब नई-नई तिकड़मबाजी करने लगी. कांग्रेस ने नई अधिसूचना जारी की है.


इसे भी पढ़ें: "फिर नाकाम हो गई कांग्रेस में राहुल के रिलॉन्च की कोशिश", जानिए कैसे?


वहीं राजस्थान के बागी विधायकों की याचिका पर कल तक सुनवाई टल गई है. हाईकोर्ट में कल सुबह 10:30 बजे सुनवाई होगी. आपको बता दें, कांग्रेस के परिवारवाद से पीड़ित सचिन पायलट ने कहा कि बदनाम करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करूंगा.


इसे भी पढ़ें: गहलोत समर्थक विधायकों ने देखी फिल्म "शोले"! जानिए अब क्या होगा?



इसे भी पढ़ें: राजस्थान फोन टैपिंग मामले की सीबीआई जांच से क्यों भाग रही है कांग्रेस