हैदराबाद: भगवान श्रीराम के भव्य और दिव्य मन्दिर के निर्माण के भूमिपूजन की तैयारियों का कार्यक्रम जोर शोर से चल रहा है. इसमें आने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वीकृति दे दी है. इससे देश के मजहबी कट्टरपंथी भड़क गए हैं और साजिशें करने पर उतर आए हैं. AIMIM के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में पीएम मोदी की उपस्थिति होने पर ऐतराज जताया है.


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पीएम मोदी के अयोध्या आगमन पर ओवैसी भड़के


लोकसभा सांसद और AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने ट्विटर पर लिखा है कि प्रधानमंत्री का भूमि पूजन में शामिल होना उनके संवैधानिक पद की शपथ का उल्लंघन हो सकता है. धर्मनिरपेक्षता हमारे संविधान के मूल ढांचे का हिस्सा है. ओवैसी के इस बयान के कई मायने हैं.


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असदुद्दीन ओवैसी उन लोगों में शामिल हैं जिन्होंने अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले से आपत्ति जताई थी. हमेशा कोर्ट की दुहाई देने वाली तथाकथित सेक्युलर जमात राम मंदिर के फैसले के बाद सुप्रीम कोर्ट के आदेश के खिलाफ खुलकर खड़ी हो गयी थी.


गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पांच अगस्त को अयोध्या में राम मंदिर भूमि पूजन में शामिल होंगे और उन्हीं के हाथों ये ऐतिहासिक और महान कार्य सम्पन्न होगा.


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बाबरी मस्जिद विध्वंस को बीच में लाये ओवैसी


इस शुभ घड़ी में जब पूरी दुनिया राम मंदिर का इंतजार कर रही है तब असदुद्दीन ओवैसी बाबरी मस्जिद विध्वंस का रोना लेकर आ गए.


आक्रमणकारियों के हमेशा आंसू बहाने वाले ओवैसी को भारत की गरिमा और स्वाभिमान से कोई मतलब नहीं है वे हर मुद्दे में वोट बैंक की राजनीति करते हैं. ट्वीट में ओवैसी ने कहा कि हम यह नहीं भूल सकते कि 400 वर्षों से ज्यादा वक्त से बाबरी मस्जिद अयोध्या में थी और 1992 में क्रिमिनल भीड़ ने इसे ध्वस्त कर दिया था.