लखनऊ: देश के दिग्गज समाजवादी नेता और सपा के संरक्षक मुलायम सिंह यादव दो दिनों से बीमार थे. उन्हें पेट में कब्ज की शिकायत थी. जो कि अचानक बढ़ गई.  


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मेदांता अस्पताल में भर्ती थे मुलायम
मुलायम सिंह यादव को पछले पांच दिनों से कब्ज की शिकायत थी. जिसकी वजह से उन्हें बुधवार को लखनऊ के मेंदांता अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा. अस्पताल के निदेशक ने बताया कि कोलोनोस्कोपी के जरिए मुलायम का इलाज किया गया. जिसके बाद उनके स्वास्थ्य में तेजी से सुधार देखा गया. उनकी स्थिति अब सामान्य बताई जा रही है. डॉक्टरों की टीम लगातार मुलायम सिंह यादव की देख रेख में जुटी रही. उन्हें शुक्रवार को डिस्चार्ज किया जाना था. लेकिन स्वास्थ्य में सुधार को देखते हुए गुरुवार की रात को ही उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल गई. 


इस तरह किया गया इलाज 
बुजुर्ग समाजवादी मुलायम सिंह को पांच दिनों से पेट में कब्ज की शिकायत थी. जिसकी वजह से उन्हें बुखार आ गया था. जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा. 
बुधवार को शाम चार बजे उन्हें अस्पताल लाया गया. जहां पर उनकी कोलोनोस्कोपी कराई गई. इसके तहत पेट के अंदर कैमरा डालकर कब्ज के कारणों का पता किया गया और उसका निवारण हुआ. 
इलाज के बाद मुलायम सिंह यादव को आईसीयू में शिफ्ट किया गया. जहां उनको थोड़े समय के लिए ऑब्जरवेशन में रखा गया. हालात सामान्य पाने के बाद उन्हें गुरुवार देर रात अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया. 



मुलायम की बीमारी ने मिटाई पारिवारिक दूरियां
अपने परिवार के बुजुर्ग की बीमारी के दौरान उनके परिवार का झगड़ा दूर होता दिखा. मुलायम के बेटे अखिलेश यादव और छोटे भाई शिवपाल में अनबन की खबरें आम हैं. लेकिन उनकी बीमारी के दौरान दोनों अस्पताल पहुंचे. 
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश के साथ उनकी पत्नी डिंपल यादव भी मौजूद थीं. उनके साथ ही समाजवादी पार्टी तोड़कर अपनी अलग प्रगतिशील समाजवादी पार्टी बनाने वाले शिवपाल सिंह यादव भी मौजूद थे. 
उम्र ज्यादा होने के कारण मुलायम सिंह यादव कई तरह की बीमारियों से पीड़ित हो गए हैं. जिसकी वजह से उन्हें अक्सर अस्पताल का चक्कर काटना पड़ता है. 
हालांकि उनके स्वास्थ्य में सुधार की खबर पाकर उनके समर्थकों और चाहने वालों ने चैन की सांस ली है.