जयपुर: राजस्थान में पिछले कई महीनों से चल रही राजनीतिक उठापटक आज विधानसभा पहुंच गई.  पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने सदन में विश्वास मत पर चर्चा के दौरान अपना भाषण दिया. भाषण में सचिन पायलट के दिल की टीस साफ साफ झलक आयी. उन्होंने पीछे की सीट मिलने पर अफसोस जताया.


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सदन में पीछे की ओर निर्दलीय विधायक के साथ बैठे पायलट


उल्लेखनीय है कि विधानसभा में सचिन पायलट को पीछे की सीट अलॉट की गई थी. इसका उल्लेख उन्होंने अपने संबोधन में भी किया.


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सचिन पायलट ने भाषण के दौरान विधानसभा अध्यक्ष से कहा कि आपने  मेरी सीट में बदलाव किया. पहले जब मैं आगे बैठता था, सुरक्षित और सरकार का हिस्सा था. मैंने सोचा मेरी सीट यहां क्यों रखी है. मैंने देखा कि यह सरहद है. सरहद पर उसे भेजा जाता है, जो सबसे मजबूत होता है. सचिन पायलट को कोने पर बैठने की जगह मिली थी.



मुझे जिससे जो कहना था मैंने कह दिया- सचिन पायलट


सचिन पायलट ने विश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान कहा कि समय के साथ सभी बातों का खुलासा होगा. जो कुछ कहना था सुनना था, हमें जिस डॉक्टर के पास अपने मर्ज को बताना था बता दिया. सदन में आज आए हैं तो कहने-सुनने की बातों को छोड़ना होगा. इस सरहद पर कितनी भी गोलीबारी हो कवच और ढाल बनकर रहूंगा.


कांग्रेस नेतृत्व के कहने पर बदले तेवर


गौरतलब है कि सचिन पायलट की बातों से साफ लग रहा था कि उन्हें बहुत बेइज्जत किया गया है. कांग्रेस आलाकमान के कहने पर पायलट ने अपने तेवर कुछ विनम्र किये हैं. आपको बता दें कि सचिन पायलट को निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा के बगल में 127 नंबर की सीट मिली है. सचिन पायलट के साथ ही पूर्व मंत्री विश्वेंद्र सिंह और रमेश मीणा के भी बैठने की जगह में बदलाव किया गया है.