लखनऊः मध्यप्रदेश में कमलनाथ सरकार गिराकर वहां कमल खिलाने में मुख्य भूमिका निभाने वाले सैयद जफर इस्लाम को उनका इनाम मिल गया है. भाजपा ने जफर को उत्तर प्रदेश से राज्यसभा की एक सीट के लिए होने वाले उपचुनाव के लिए अपना उम्मीदवार बनाया है. जिस सीट पर उपचुनाव होना है वह सीट पूर्व सपा नेता अमर सिंह के निधन के बाद खाली हूई थी. 


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अमर सिंह के निधन से खाली हुई सीट पर उपचुनाव
जानकारी के मुताबिक, राज्यसभा की इस सीट पर 11 सितंबर को उपचुनाव होना है. अमर सिंह का देहांत हो जाने के कारण यह चुनाव हो रहा है क्योंकि उत्तर प्रदेश से राज्यसभा सदस्य के तौर पर उनका कार्यकाल जुलाई 2022 तक था.



भाजपा ने जफर के नाम पर मुहर लगाते हुए इस संबंध में एक बयान जारी किया है. जिसमें कहा गया है कि पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति ने उत्तर प्रदेश से राज्यसभा की एक सीट के लिए होने वाले उपचुनाव के लिए सैयद जफर इस्लाम को उम्मीदवार बनाया गया है.  



 


जानिए, कौन हैं जफर इस्लाम
इन दिनों के टीवी डिबेट के दौर में जफर इस्लाम किसी और परिचय के मोहताज नहीं हैं. भाजपा प्रवक्ता के तौर पर जफर अक्सर न्यूज चैनलों की बहसों में दिख जाते हैं. हालांकि राजनीति में उनका करियर काफी नया ही है. इससे पहले वह एक जर्मन ड्यूश बैंक में कार्यरत थे. सात साल पहले ही उन्होंने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की थी. 


सिंधिया को भाजपा में लाने के सूत्रधार हैं जफर
माना जाता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जफर इस्लाम के अच्छे ताल्लुकात हैं. शायद यही वजह है कि मृदुभाषी और बेहद शालीन व्यक्तित्व के धनी जफर इस्लाम को भाजपा ने केंद्र की राजनीति में मौका दिया है.



मध्य प्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार को अस्थिर करने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को भाजपा में लाने में इस्लाम की प्रमुख भूमिका थी.


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