नई दिल्ली: Shivpal yadav on Kar Sevak Firing: अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह होना है. इससे पहले बयानबाजी का दौर जारी है. समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता शिवपाल यादव ने कहा है कि संविधान की रक्षा करने के लिए कार सेवकों पर गोली चलाई गई थी. बता दें कि 1992 में कारसेवकों गोलीबारी करने के दौरान शिवपाल के भाई मुलायम सिंह यादव ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री थे. 


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'कोर्ट के आदेश का पालन किया'
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और पूर्व सीएम अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल यादव ने कहा कि कोर्ट के आदेश की पालना हुई थी. उस दौरान संविधान की रक्षा की गई थी. कोर्ट ने उस दौरान कहा था कि जस की तस स्थिति रखी जाए. भाजपा हमेशा झूठ पर राजनीति करती है. कार सेवकों ने जाकर मस्जिद तोड़ी थी. 


भाजपा ने किया पलटवार
शिवपाल यादव के इस बयान की भाजपा ने निंदा की है. उत्तर प्रदेश भाजपा के ट्विटर हैंडल से ट्वीट हुआ है कि भतीजे के सनातन विरोधी बयान के बाद चाचा के भी विवादित बोल. शिवपाल सिंह यादव को जिस गोलीकांड के लिए रामभक्तों से माफी मांगनी चाहिए, उसे वो अपना 'कर्तव्य' बता रहे हैं. सनातन आस्था पर विश्वास रखने वाली जनता, इन सपाइयों को माफ नहीं करेगी.


स्वामी प्रसाद भी ठहरा चुके जायज
यह पहली बार नहीं है जब सपा का कोई नेता कार सेवकों पर चली गोलियों को जायज ठहरा रहा है. इससे पहले भाजपा से सपा में आए स्वामी प्रसाद मौर्य ने भी कहा था कि  जिस समय अयोध्या में मस्जिद तोड़ी जा रही थी, तब बिना न्यायिक या प्रशासनिक आदेश के अराजतक तत्वों ने तोड़फोड़ की थी. कार सेवकों पर गोली चलाने के सवाल पर मौर्या ने कहा कि तत्कालीन सपा सरकार ने अपना कर्तव्य निभाया था.


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