नई दिल्ली: माघ मास में पड़ने वाली गुप्त नवरात्री का एक विशेष महत्व होता है. मान्यताओं के अनुसार इस दिन मां दुर्गा की पूरे विधि-विधान से अर्चना करने पर देवी भक्तों से प्रसन्न होकर हर मनोकामना पूर्ण करती हैं. कहते हैं कि गुप्त नवरात्रि में पूजा का फल जल्दी और दोगुना मिलता है. हालांकि, मां को प्रसन्न करने के लिए कुछ विशेष सामग्री इस्तेमाल की जाती है. आइए जानते हैं इस सामग्री का खास महत्व क्या है.


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जौ का महत्व


मां दुर्गा की पूजा में जौ का विशेष महत्व है. गुप्त नवरात्रि के पहले दिन एक कलश में अच्छी तरह मिट्टी की एक परत बिछाएं. इसके बाद इस पर जौ के बीज डाल दें और फिर से मिट्टी की एक परत बिछा दें.



मान्यता के अनुसार इस उपाय को करने से अन्नापूर्णा देवी का आशिर्वाद प्राप्त होता और घर में कभी धन की कमी नहीं होती.


कलश की स्थापना का महत्व


गुप्त नवरात्रि में कलश स्थापना का भी एक खास महत्व है. इसके लिए सात तरह के अनाज का इस्तेमाल होता है. कलश में तिल, गेहूं, चना, जौ, धान, कंगनी और मूंग डालें.



आम के पत्ते के बिना कलश स्थापना अधूरी रह जाती है, इन्हें भी कलश पर रखें. कलश रखने से घर-परिवार में हमेशा सुख-शांति बनी रहती है.


दीपक का महत्व


गुप्त नवरात्रि पर पूरे नौ दिनों तक अखंड दीपक जलाने का विधान है. अखंड का अर्थ है दिन-रात जलता रहने वाला दीपक. यह पूजा गुप्त होने के साथ-साथ बहुत असरदार भी होती है.



मान्यता है कि इन दिनों में दो भक्त संकल्प लेकर दीपक जलाते हैं, उन्हें मां का आशिर्वाद प्राप्त होता है और मां उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. अखंड दीपक जलाने से सभी समस्याओं का नाश होता है.


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