नई दिल्लीः Noah Lyles vs Kishane Thompson, Paris Olympics 2024: अमेरिका के नोआ लाइल्स ने पेरिस ओलंपिक में 100 मीटर स्प्रिंट में गोल्ड जीता है. जब से नोआ लाइल्स ने गोल्ड मेडल जीता है, वह सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बने हुए हैं. इसकी वजह है कि उनसे पहले जमैका के धावक किशेन थॉम्पसन का पैर लाइन के पार हुआ था, लेकिन विजेता नोआ लाइल्स को घोषित किया गया. 


नोआ लाइल्स का वीडियो हो रहा वायरल


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100 मीटर दौड़ का वीडियो वायरल हो रहा है. इसमें नोआ लाइल्स और किशेन थॉम्पसन लगभग एक ही समय में फिनिश लाइन पार कर रहे हैं. वीडियो स्लो मोशन में देखने पर लगता है कि थॉम्पसन का पैर फिनिश लाइन के पार पहले हो रहा है. तो ऐसे में कई लोगों के मन में सवाल उठा रहा है कि फिर नोआ को क्यों विजेता घोषित किया गया.


 



क्या है रेस में विजेता घोषित करने का नियम


दरअसल नियम यह है कि जब धावक का धड़ फिनिश लाइन पार करता है तब रेस को फिनिश माना जाता है न कि जब उसका पैर, हाथ पार होता है. यही वजह है कि थॉम्पसन का पैर फिनिश लाइन को पहले पार होने के बाद भी नोआ लाइल्स को विजेता घोषित किया गया. 


सेकेंड के 5000वें हिस्से से जीते नोआ


नोआ लाइल्स ने 9.784 सेकेंड में अपनी दौड़ पूरी की जबकि किशेन थॉम्पसन ने 9.789 सेकेंड में रेस पूरी करने के साथ दूसरा स्थान हासिल किया. सेकेंड के 5000वें हिस्से के अंतर से नोआ ने ये रेस जीत ली.


दिलचस्प बात यह है कि नोआ लाइल्स 100 मीटर रेस के 50 मीटर तक सातवें स्थान पर थे. इसके बाद उन्होंने अपनी स्पीड पूरी तरह बढ़ाई. वहीं 90 मीटर तक नोआ लाइल्स अपने प्रतिद्वंद्वी थॉम्पसन से पीछे थे.


विजेता बनने के बाद क्या बोले नोआ


लाइल्स ने विजेता बनने के बाद कहा, मैं दौड़ पूरी होने के बाद थॉम्पसन के पास गया. उनसे कहा कि मुझे लगता है कि तुम ये दौड़ जीत गए हो. लेकिन लीडरबोर्ड में जब मैंने अपना नाम देखा तो मैंने कहा वाह! मैंने यह रेस सबसे अच्छे खिलाड़ियों के खिलाफ जीती है. 


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