`पेरिस ओलंपिक में जीतना है पदक, तो एशिया कप गोल्ड लाना बेहद जरूरी`: सविता पुनिया
गोलकीपर सविता पुनिया ने रानी रामपाल के स्थान पर भारतीय हॉकी टीम की कप्तानी संभाली और बर्मिघम में राष्ट्रमंडल खेलों 2022 में कांस्य जीतने वाली टीम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. उन्होंने भारतीय महिला हॉकी टीम के लिए 16 वर्षों में पहला सीडब्लयूजी पदक हासिल करने के लिए कांस्य पदक मैच में न्यूजीलैंड पर पेनल्टी शूटआउट जीत में मदद की.
नई दिल्लीः भारतीय महिला हॉकी टीम की गोलकीपर सविता पुनिया को हाल ही में अंतर्राष्ट्रीय हॉकी महासंघ (एफआईएच) द्वारा वर्ष 2021-22 की गोलकीपर नामित किया गया था, उन्होंने शुक्रवार को कहा कि उनकी टीम को एशियाई खेलों से पहले अपने पेनल्टी कॉर्नर (पीसी) के साथ-साथ डिफेंस में भी सुधार करने की आवश्यकता है.
इस दौरान 32 वर्षीय सविता ने एफआईएच हॉकी स्टार्स अवार्ड्स के लिए हुए मतदान में 37.6 अंक के साथ जीत हासिल की थी. उन्होंने अर्जेंटीना की बेलेन सुसी को 10 से अधिक अंकों से हराया था.
रानी रामपाल की जगह सविता पुनिया बनीं टीम की कप्तान
गोलकीपर सविता पुनिया ने रानी रामपाल के स्थान पर भारतीय हॉकी टीम की कप्तानी संभाली और बर्मिघम में राष्ट्रमंडल खेलों 2022 में कांस्य जीतने वाली टीम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. उन्होंने भारतीय महिला हॉकी टीम के लिए 16 वर्षों में पहला सीडब्लयूजी पदक हासिल करने के लिए कांस्य पदक मैच में न्यूजीलैंड पर पेनल्टी शूटआउट जीत में मदद की.
सविता ने महिलाओं की एफआईएच प्रो लीग 2021-22 में टीम को तीसरे स्थान पर रखने में भी मदद की, जिसमें उन्होंने भारत के पहले अभियान में खेले गए 14 मैचों में 57 गोल बचाए.
रानी रामपाल ने कही बड़ी बात
एक इंटरव्यू में, स्टार हॉकी खिलाड़ी ने टीम के आगामी लक्ष्य, प्रशंसकों द्वारा दिखाए गए प्यार और समर्थन, काम करने के क्षेत्रों आदि के बारे में बात की और कहा, 'टोक्यो ओलंपिक खेलों के बाद हमें जो समर्थन मिला है, वह दिल को छू लेने वाला है. इसने हमारी टीम को अच्छा प्रदर्शन करने और देश के लिए और अधिक सम्मान दिलाने के लिए प्रेरित किया है.'
भारतीय महिला हॉकी टीम ने पिछलें ओलंपिक में किया था बेहतरीन प्रदर्शन
बता दें कि भारतीय महिला हॉकी टीम ने पिछले ओलंपिक और राष्ट्रमंडल खेलों 2022 में साहसी प्रदर्शन किया था. टीम की इस प्रदर्शन पर प्रकाश डालते हुए सविता पुनिया ने कहा, 'सुधार एक सतत प्रक्रिया है. यहां तक कि दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीमें भी कुछ क्षेत्रों में काम करती रहती हैं. एक टीम के तौर पर हमें कुछ क्षेत्रों में भी सुधार करने की जरूरत है. कॉमनवेल्थ गेम्स (सीडब्ल्यूजी) 2022 में, पेनल्टी कार्नर अटैक के साथ-साथ डिफेंस में भी हमारी थोड़ी कमी थी. इसलिए, हमें एशियाई खेलों से पहले इसे ठीक करने की जरूरत है. जहां हमें मजबूत टीमों के खिलाफ प्रतिस्पर्धा करने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की आवश्यकता है.'
टीम का लक्ष्य एशियाई खेलों में स्वर्ण जीतना
टीम के अगले लक्ष्य से परिचित कराते हुए पुनिया ने कहा, 'हमारा अगला लक्ष्य एशियाई खेलों में स्वर्ण जीतना है, जो हमें पेरिस ओलंपिक के लिए सीधे योग्यता प्रदान करेगा.
प्रशंसकों से मिला 'द गेट्र वॉल ऑफ इंडिया' का नाम
हाल ही में सविता पुनिया को एफआईएच द्वारा गोलकीपर ऑफ द ईयर चुनें जाने और भारतीय हॉकी प्रशंसकों के द्वारा 'द गेट्र वॉल ऑफ इंडिया' का नाम दिए जाने पर पुनिया ने कहा, 'जाहिर तौर पर प्रशंसकों द्वारा पुरस्कार, प्यार और प्रशंसा हमेशा खुशी देती है. लेकिन मुझे लगता है, यह हमारे ऊपर अपने अच्छे प्रदर्शन को बनाए रखने और प्रत्येक गुजरते मैच के साथ सुधार करने की जिम्मेदारी भी देती है.'
'महिला हॉकी टीम का भविष्य उज्जवल': पुनिया
अंत में नवोदित महिला हॉकी खिलाड़ियों को अपना संदेश देते हुए पुनिया ने कहा, 'महिला हॉकी का भविष्य उज्जवल है और युवा लड़कियों को अपने लिए एक वार्षिक लक्ष्य निर्धारित करना चाहिए. उन्हें क्रमिक कदमों पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है. राष्ट्रीय शिविरों में और फिर राष्ट्रीय टीम में. युवा लड़कियों को यह विश्वास होना चाहिए कि वे अपनी मेहनत से जो चाहें हासिल कर सकती हैं.
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