खुद को हार्दिक पांड्या से बेहतर खिलाड़ी मानता है ये भारतीय ऑलराउंडर, गेंदबाजी और बल्लेबाजी को लेकर जानें क्या बोले
India Cricket Team: मौजूदा दौर में भारतीय क्रिकेट टीम के हरफनमौला खिलाड़ी हार्दिक पांड्या ने जिस तरह से अपने करियर की दूसरी पारी का आगाज किया है तब से वो एक ऐसे क्रिकेटर के रूप में निखरे हैं जो कि दुनिया का सबसे बेहतरीन ऑलराउंडर बन चुका है. हार्दिक पांड्या ने अपनी बल्लेबाजी में न सिर्फ मेच्योरिटी दिखाई है बल्कि उनकी फील्डिंग में भी पहले से काफी सुधार आ चुका है.
India Cricket Team: मौजूदा दौर में भारतीय क्रिकेट टीम के हरफनमौला खिलाड़ी हार्दिक पांड्या ने जिस तरह से अपने करियर की दूसरी पारी का आगाज किया है तब से वो एक ऐसे क्रिकेटर के रूप में निखरे हैं जो कि दुनिया का सबसे बेहतरीन ऑलराउंडर बन चुका है. हार्दिक पांड्या ने अपनी बल्लेबाजी में न सिर्फ मेच्योरिटी दिखाई है बल्कि उनकी फील्डिंग में भी पहले से काफी सुधार आ चुका है. वहीं गेंदबाजी की बात करें तो उसमें पहले से ज्यादा गति भी देखने को मिल रही है. इन सबके अलावा हार्दिक पांड्या की कप्तानी उन्हें एक परफेक्ट क्रिकेटर की शक्ल दे रही है.
भारत के नंबर 1 ऑलराउंडर हैं हार्दिक पांड्या
जब टी20 विश्वकप 2022 में भारत और पाकिस्तान के बीच मैच फंसा हुआ नजर आ रहा था तब हार्दिक ने बल्ले से भी एक अहम पारी खेली थी और अपनी गेंदबाजी के दौरान तेज और स्विंग भी लेकर आये. करियर खत्म कर देने वाली चोट से वापसी करने के बाद हार्दिक पहले से बेहतर खिलाड़ी बनकर आये हैं जिसके चलते बीसीसीआई उन्हें अगले सीमित ओवर्स कप्तान के रूप में देख रहा है, जिसे देखकर किसी को भी हैरानी नहीं होनी चाहिये.
कोई भी खिलाड़ी जो अपने साथ हार्दिक पांड्या जैसी काबिलियत लेकर आता है वो भारतीय टीम में चुने जाने का विकल्प अपने आप बन जाता है क्योंकि टी20 प्रारूप में भारतीय टीम के कप्तान अपने साथ खेल के तीनों विभाग में योगदान देते हैं. हालांकि एक और भारतीय ऑलराउंडर है जिसे लगता है कि वो स्किलसेट के मामले में पांड्या से बेहतक या उनकी बराबरी कर सकता है.
चाहर ने बताया कैसे 10-15 साल तक टीम में बना सकते हैं जगह
दो बड़ी चोट के चलते अगस्त 2022 से लगातार मैदान से दूर चल रहे भारतीय ऑलराउंडर दीपक चाहर एक बार फिर से टीम में वापसी करने का प्लान बना रहे हैं और इसको लेकर वो अपनी फिटनेस हासिल करने पर काम कर रहे हैं. दीपक चाहर का लक्ष्य है कि वो भले ही ज्यादा मैच नहीं खेल पाये हैं लेकिन इसके बावजूद वो वनडे विश्वकप के लिये भारतीय टीम में वापसी करना चाहते हैं.
स्पोर्ट्स तक से बात करते हुए उन्होंने कहा,’ प्रोसेस एकदम आसान है. जब मैं भारत के लिये नहीं खेलता था मैं तब भी इस प्रक्रिया को फॉलो करता था और तब से लेकर अब तक ज्यादा कुछ नहीं बदला है. जब मैं अपनी राज्य की टीम में संघर्ष कर रहा था और कहता था कि एक दिन भारत के लिये खेलूंगा तो मेरे टीम के साथी खिलाड़ी मुझ पर हंसा करते थे. मुझे तब विश्वास था कि अगर मैं 140 किमीप्रति घंटे की गति से गेंदबाजी करूंगा और दोनों तरफ स्विंग कराउंगा तो मुझे बल्लेबाजों को आउट करने में कोई दिक्कत नहीं होगा. और अगर मैं थोड़ी सी बल्लेबाजी कर रनों में योगदान दूंगा तो अभी और अगले 10-15 साल तक मेरी भारतीय टीम में जगह बरकरार रहेगी. मैं उस स्तर पर पहुंचना चाहता हूं और जब मैं वहां पहुंच जाउंगा तो मुझे पता चल जाएगा और मैं खुद ब खुद टीम के लिये सेलेक्ट हो जाउंगा. मुझे भी वही चाहिये जो कि 140 से गेंद फेंक, दोनों तरफ स्विंग करे और बल्ले से भी योगदान दे सके.’
चोटों की वजह से टीम से बाहर हो गये हैं दीपक चाहर
उल्लेखनीय है कि दीपक चाहर पिछले साल ऑस्ट्रेलिया में खेले गये टी20 विश्वकप के दौरान स्ट्रेस फ्रैक्चर के चलते टीम से बाहर हो गये थे और फिट होकर बांग्लादेश सीरीज में वापसी की थी. हालांकि वहां पर उन्हें ग्रेड 3 टीयर की हैमस्ट्रिंग इंजरी हुई और वो दूसरे वनडे मैच से भी बाहर हो गये. अब भारतीय टीम में वापसी के लिये उन्हें काफी मुश्किलों से गुजरना होगा जिसमें उन्हें आईपीएल के दौरान न सिर्फ अपनी स्किल साबित करनी है बल्कि फिटनेस भी बरकरार रखना होगा.
तीनों विभाग में खेलने से पक्की हो जाती है आपकी जगह
चाहर ने अपनी काबिलियत पर बात करते हुए कहा कि वो गेंद को स्पीड से फेंकने के साथ अच्छी खासी स्विंग करा सकते हैं और बल्ले से भी अच्छा खासा योगदान दे सकते हैं. जुलाई 2021 में दीपक चाहर ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ बल्ले से शानदार पारी खेलते हुए भारत को एक करीबी जीत दिलाई थी. दीपक चाहर को लगता है कि वो सही समय पर न सिर्फ टीम में अपनी जगह हासिल कर लेंगे बल्कि हार्दिक की तरह उसे पक्की करने की काबिलियत भी रखते हैं.
उन्होंने कहा,’प्रतिस्पर्धा काफी मुश्किल है क्योंकि आपको बाकियों से खुद को अलग साबित करना है. मेरे लिये बल्लेबाजी स्किल होना प्लस प्वाइंट है जो कि मैं बचपन से करता आ रहा हूं. मैंने हमेशा से इस पर ध्यान दिया है. पिछले साल मुझे रन बनाने के कुछ अच्छे मौके मिले और मैंने उन्हें भुनाकर टीम को मैच भी जिताये. मैं अपना बेस्ट देने की कोशिश करूंगा. आप हार्दिक को ही देखिये- वह तीनों ही चीजें करता है और भारतीय टीम में अगले 1-2 साल तक कोई भी उसकी जगह नहीं ले सकता. वह इस समय दुनिया का नंबर 1 ऑलराउंडर इसी वजह से है क्योंकि वो तीनों कर सकता है. तो यह सिर्फ मेरे लिये नहीं है, कोई भी खिलाड़ी यह कर सकता है जो कि टीम में अपनी जगह पक्की करना चाहते हैं.’
इसे भी पढ़ें- IND vs AUS: क्या पिच के चलते 3 दिन में खत्म हुए पहले दो टेस्ट मैच, ICC ने नागपुर-दिल्ली के मैदान पर सुनाया बड़ा फैसला
Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.