Team India: भारतीय क्रिकेट टीम में सलामी बल्लेबाज की भूमिका अदा कर चुके क्रिकेटर मुरली विजय ने सोमवार को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया है. साल 2018 में आखिरी बार भारतीय जर्सी में नजर आये इस खिलाड़ी ने सोमवार को अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से इस बात की जानकारी दी और बीसीसीआई एवं अपने फैन्स के शुक्रिया अदा करते हुए संन्यास का ऐलान कर दिया.


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जिस टीम के खिलाफ किया डेब्यू उसी के खिलाफ खेला आखिरी मैच


भारतीय टीम में गौतम गंभीर के बाहर हो जाने के बाद इस दांये हाथ के बल्लेबाज को उनका रिप्लेसमेंट माना जाता था और उन्होंने देश के लिये 61 टेस्ट, 17 वनडे और 9 टी20 मैचों में शिरकत भी की, हालांकि इस दौरान उनसे जितनी उम्मीद थी वो उस तरह का प्रदर्शन नहीं कर पाये. मुरली विजय ने भारतीय टीम के लिए अपना पहला मैच ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2008-09 में खेले गये टेस्ट मैच में गौतम गंभीर के विकल्प के रूप में खेला था और अपना आखिरी मैच भी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दिसंबर 2018 में पर्थ में टेस्ट मैच के रूप में खेला. 


उन्होंने ट्विटर पर लिखे अपने आधिकारिक बयान में कहा,'आज मैं विनम्रता के साथ अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लेने की घोषणा करता हूं.मैं यह घोषणा करने के लिए उत्साहित हूं कि मैं क्रिकेट की दुनिया और इसके व्यवसाय से जुड़ी चीजों में नये मौकों की तलाश करूंगा. इसमें मैं उस खेल में भी भाग लेना जारी रखूंगा जिसे मैं प्यार करता हूं और नये तथा अलग माहौल में खुद को चुनौती देता रहूंगा.मेरा मानना ​​है कि एक क्रिकेटर के रूप में यह मेरी यात्रा का अगला कदम होगा और मैं अपने जीवन में नये अध्याय की प्रतीक्षा कर रहा हूं.’


करियर के लिये बीसीसीआई समेत इन लोगों को कहा धन्यवाद


मुरली विजय ने अपने बयान में बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट बोर्ड), टीएनसीए (तमिलनाडु क्रिकेट संघ), सीएसके (चेन्नई सुपर किंग्स) और केमीप्लास्ट सनमार, परिवार और खेल के दौरान प्रदर्शन में उतार-चढ़ाव के बाद भी साथ देने वाले फैन्स का भी धन्यवाद किया.


उन्होंने  कहा, ‘मैं भारतीय क्रिकेट बोर्ड, तमिलनाडु क्रिकेट संघ, चेन्नई सुपर किंग्स और केमीप्लास्ट सनमार द्वारा मुझे दिए गए अवसरों के लिए आभारी हूं. मैं अपनी टीम के सभी साथियों, कोचिंग सदस्य, मेंटर्स और सहयोगी स्टाफ को अपने सपने को हकीकत में बदलने में योगदान देने के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं. मेरे लिए आप सभी के साथ खेलना सौभाग्य की बात है. मैं आप सभी के साथ बिताए पलों को हमेशा याद रखूंगा और आपका समर्थन हमेशा मेरे लिए प्रेरणा का स्रोत रहा है.आखिर में, मैं अपने परिवार और दोस्तों को मेरे करियर के दौरान बिना शर्त प्यार और समर्थन के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं. उनके बिना मैं यह उपलब्धि हासिल नहीं कर पाता.’


जानें कैसा रहा था विजय का करियर


गौरतलब है कि मुरली विजय ने घरेलू क्रिकेट में आखिरी बार तमिलनाडु के लिये साल 2019 में प्रथम श्रेणी और लिस्ट ए क्रिकेट में भाग लिया था तो वहीं पर फ्रैंचाइजी क्रिकेट की बात करें तो साल 2020 में आखिरी बार चेन्नई सुपर किंग्स की ओर से इंडियन प्रीमियर लीग में खेलते नजर आये थे.


मुरली विजय के करियर की बात करें तो उन्होंने 61 टेस्ट मैचों में, 38.28 की औसत से 167 के उच्चतम स्कोर के साथ 3982 रन बनाए. उन्होंने इस दौरान 12 शतक और 15 अर्धशतक लगाये. उन्होंने 17 एकदिवसीय मैचों में 339 रन बनाए और 9 टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैचों में 169 रन बनाए.आईपीएल में उन्होंने चेन्नई सुपर किंग्स के लिए यादगार प्रदर्शन किया. उन्होंने 2010 सत्र में एक शतक और दो अर्धशतक की मदद से 458 रन बनाये थे. 


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