IPL 2023: दुनिया की सबसे मशहूर टी20 लीग आईपीएल के 16वें सीजन के लिये हाल ही में खिलाड़ियों की मिनी नीलामी समाप्त हुई है जिसमें इंग्लिश खिलाड़ियों पर जमकर पैसों की बरसात हुई. इसके बाद सभी को एक बेहतरीन टूर्नामेंट देखने की उम्मीद है. वहीं इस साल के आईपीएल में इम्पैक्ट प्लेयर का नियम शुरू किये जाने से टूर्नामेंट के रोमांच में 4 गुना बढ़ोतरी होने की भी उम्मीद की जा रही है.


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उल्लेखनीय है कि बीसीसीआई ने इम्पैक्ट प्लेयर का नियम सैयद मुश्ताक अली टी20 ट्रॉफी में शुरू किया था जिसे अब आईपीएल में भी लागू करने की तैयारी की जा रही है.


जानें क्या है इम्पैक्ट प्लेयर का नियम


‘इंपैक्ट’ प्लेयर नियम को फुटबॉल के रिप्लेसमेंट नियम से लिया गया है जिसके तहत एक टीम को मैच से पहले 15 खिलाड़ियों की टीम में चार ऐसे खिलाड़ियों को रखने की इजाजत होती है जो मैच की पारी के दौरान 14वें ओवर तक किसी भी समय बतौर रिप्लेसमेंट मैदान पर आ सकते हैं. इनके पास आम खिलाड़ियों की तरह ही बल्लेबाजी और गेंदबाजी करने का अधिकार होगा, हालांकि जिस खिलाड़ी की जगह वो आयेंगे वो बाहर हो जाएंगे.


हालांकि यह नियम फिलहाल भारतीय प्लेयर्स के लिये ही लागू होगा खास तौर से तब जब सभी 4 विदेशी खिलाड़ी प्लेइंग 11 में खेल रहे हों, वहीं अगर अंतिम एकादश में तीन विदेशी खिलाड़ी हों तो एक विदेशी खिलाड़ी ‘इंपैक्ट प्लेयर’ के तौर पर दूसरे की जगह आ सकता है.


4 सीनियर खिलाड़ियों को नीलामी में मिला जीवनदान


इस नियम के आने से इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की विभिन्न फ्रेंचाइजी से जुड़े कोचों और विशेषज्ञों को लगता है कि आगामी सीजन में यह नया नियम कुछ अनुभवी खिलाड़ियों के लिये अपने करियर के अंत में ‘दूसरा मौका’ साबित हो सकता है. इसे इत्तेफाक कह सकते हैं कि चार अनुभवी भारतीय खिलाड़ियों को नीलामी में 50 लाख रू के बेस प्राइस पर ही खरीदा गया है जबकि इन भारतीयों का करियर लगभग खत्म ही है जिसमें 40 वर्षीय अमित मिश्रा (166 विकेट), 34 साल के पीयूष चावला (157 विकेट), मोहित शर्मा (92 विकेट) और ईशांत शर्मा (84 विकेट) शामिल हैं. 


मिश्रा को लखनऊ सुपर जायंट्स ने खरीदा जिसमें गौतम गंभीर-विजय दहिया की कोच कम मेंटॉर की जोड़ी है. दिल्ली कैपिटल्स ने ईशांत को शामिल किया और गुजरात टाइटन्स के मुख्य कोच आशीष नेहरा ने चेन्नई सुपर किंग्स में मोहित के साथ गेंदबाजी करने के बाद उन्हें मौका देने का फैसला किया. वहीं मुंबई इंडियस ने चावला को खरीदा. 


इम्पैक्ट प्लेयर के तहत इस्तेमाल किये जाएंगे सीनियर खिलाड़ी


गंभीर के साथ काम कर चुके घरेलू कोच ने गोपनीयता की शर्त पर कहा, ‘अमित मिश्रा को गौतम और उनके कोचिंग स्टाफ द्वारा चुना जाना बेहतरीन फैसला है. आपको उसका कौशल देखना होगा, वह आईपीएल में सर्वाधिक विकेट चटकाने वाले शीर्ष तीन गेंदबाजों में शामिल है. हां, यह सही है कि वह 40 साल का हो चुका है, वह इतना अच्छा क्षेत्ररक्षक नहीं है और अंत में छक्के नहीं जड़ सकता. लेकिन आपको पूरे समय के लिये अंतिम एकादश में शामिल करने की जरूरत नहीं है. अगर हम गौतम को समझे तो मिश्रा को कुछ मैचों में ‘इंपैक्ट’ खिलाड़ी के तौर पर इस्तेमाल किया जायेगा. जब जरूरी हो उसे आठ ओवर के लिये मैदान में रखो.’ 


करियर के लिये दूसरा मौका बन सकता है ये नियम


पूर्व भारतीय खिलाड़ी और विशेषज्ञ दीप दासगुप्ता को लगता है कि ‘इंपैक्ट’ खिलाड़ी नियम उन सभी खिलाड़ियों के लिये एक वरदान है जिनके आईपीएल अनुबंध खत्म हो रहे हैं क्योंकि खेल की मांग अब बदल रही है. 


उन्होंने कहा, ‘मुंबई इंडियंस को वानखेड़े में पीयूष की शायद बिलकुल भी जरूरत नहीं पड़े. लेकिन अगर वे चेपॉक में खेलेंगे तो उसकी जरूरत पड़ सकती है? वह अपनी गेंदबाजी से अंतर पैदा कर सकता है. यह नियम ऐसा है जो विशेषज्ञों को खेल में लायेगा.’


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