तो खत्म हो जाएगा वनडे क्रिकेट? जानें क्या है ICC का प्लान
टेस्ट क्रिकेट में सभी खिलाड़ियों की असली परीक्षा होती है लेकिन वनडे, क्रिकेट का वो फॉर्मेट है जिसने इस खेल को करोड़ों फैंस दिए और अब टी20 ने क्रिकेट को दुनिया के कोने कोने में पहुंचा दिया.
नई दिल्ली: विश्व क्रिकेट में इस समय एक नई बहस छिड़ गई है कि क्रिकेट का सबसे अहम फॉर्मेट कौन सा है. क्रिकेट एक्सपर्ट और पूर्व क्रिकेटर लगातार नए नए तर्क दे रहे हैं. पिछले दिनों दुनिया के सर्वकालिक महान तेज गेंदबाज वसीम अकरम ने लुप्त होते जा रहे वनडे क्रिकेट पर टिप्पणी की थी और दुनियाभर के क्रिकेट बोर्डों को निशाने पर लिया था.
नई योजना पर करना होगा ICC को काम
अब आस्ट्रेलियाई सलामी बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा ने वनडे क्रिकेट को लेकर ऐसी भविष्यवाणी की है जिससे फैंस निराश हो जाएंगे. टेस्ट क्रिकेट में सभी खिलाड़ियों की असली परीक्षा होती है लेकिन वनडे, क्रिकेट का वो फॉर्मेट है जिसने इस खेल को करोड़ों फैंस दिए और अब टी20 ने क्रिकेट को दुनिया के कोने कोने में पहुंचा दिया.
इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल ने इस मुद्दे पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है. ICC ने टेस्ट क्रिकेट को बचाने के लिए की कदम उठाए लेकिन वनडे फॉर्मेट के प्रति बढ़ रही उदासीनता विश्व क्रिकेट के लिए चिंता जनक है. टेस्ट की तरह वनडे को संभालने के लिए आईसीसी नए नियम जारी कर सकता है.
धीमी मौत मर रहा है वनडे क्रिकेट- ख्वाजा
सलामी बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा का मानना है कि दुनिया भर में टी20 लीग के फैलाव और व्यस्त अंतरराष्ट्रीय कैलेंडर के कारण वनडे क्रिकेट धीमी मौत मर रहा है. इंग्लैंड के सुपरस्टार बेन स्टोक्स के सोमवार को वनडे क्रिकेट से अचानक संन्यास की घोषणा ने विश्व क्रिकेट को हैरान कर दिया था जिसके बाद 50 ओवर के क्रिकेट के अस्तित्व को लेकर बहस छिड़ी हुई है. अब ख्वाजा भी इस बहस में शामिल हो गये.
केवल 40 वनडे ही खेल सके हैं ख्वाजा
उस्मान ख्वाजा ने 2013 में इस प्रारूप में पदार्पण किया था और तब से उन्होंने 40 वनडे में आस्ट्रेलिया का प्रतिनिधित्व किया है. उन्होंने शुक्रवार को ब्रिसबेन में पत्रकारों से कहा कि मुझे लगता है कि वनडे क्रिकेट धीमी मौत मर रहा है. वनडे विश्व कप भी है, जो मुझे लगता है कि सचमुच मजेदार है और इसे देखना आनंददायी है लेकिन इसके अलावा अगर व्यक्तिगत रूप से बात करूं तो मैं शायद वनडे क्रिकेट को ज्यादा पंसद नहीं करता.
ख्वाजा ने कहा कि इस समय ऐसा लगता है कि यह टी20 विश्व कप की वजह से वास्तव में इतना महत्वपूर्ण नहीं है. किसी को छोड़ना होगा क्योंकि आप सभी तीनों प्रारूप को एक साथ नहीं रख सकते और सभी मैच नहीं खेल सकते. आपको फैसला करना होगा और चयन करना होगा.
पैंतीस साल के इस खिलाड़ी की राय है कि व्यस्त अंतरराष्ट्रीय कैलेंडर के बावजूद टेस्ट क्रिकेट खेल का अहम प्रारूप रहेगा. उन्होंने कहा कि आपके पास टेस्ट क्रिकेट है, जो शिखर पर है, आपके पास टी20 क्रिकेट है जिसकी दुनिया भर में लीग खेली जा रही हैं जिससे शानदार मनोरंजन होता है, हर कोई इसे पसंद करता है और फिर वनडे क्रिकेट है और मुझे लगता है कि यह तीनों में शायद तीसरे नंबर पर ही आयेगा.
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