नई दिल्ली: भारतीय टेनिस स्टार सानिया मिर्जा को विंबलडन सेमीफाइनल में निराशाजनक हार झेलनी पड़ी. इसके साथ ही उनका टेनिस करियर खत्म हो गया क्योंकि उन्होंने पहले ही संन्यास लेने की घोषणा कर दी थी. 


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उन्होंने मिश्रित युगल सेमीफाइनल में गत चैम्पियन नील कुपस्की और डेसिरे क्रॉजिक से मिली हार के साथ विम्बलडन से विदा ली. सानिया और क्रोएशिया के मेट पाविच की छठी वरीयता प्राप्त जोड़ी को ब्रिटेन के कुपस्की और अमेरिका की डेसिरे ने 4 . 6, 7 . 5, 6 . 4 से हराया.


6 ग्रैंडस्लैम जीत चुकी हैं सानिया मिर्जा


35 वर्ष की सानिया छह ग्रैंडस्लैम खिताब जीत चुकी हैं जिनमें तीन मिश्रित युगल खिताब हैं हालांकि वह विम्बलडन मिश्रित युगल कभी नहीं जीत सकी. उन्होंने 2009 आस्ट्रेलियाई ओपन और 2012 फ्रेंच ओपन महेश भूपति के साथ और 2014 अमेरिकी ओपन ब्राजील के ब्रूनो सुआरेस के साथ जीता था. 


सानिया ने गुरूवार को ट्वीट किया, ‘‘हमने जितनी चुनौती पेश की और संघर्ष किया, हमने जो भी काम किया है, वह अंत में महत्वपूर्ण था.पर इस बार विम्बलडन में ऐसा नहीं होना था, लेकिन पिछले 20 साल में यहां खेलना और जीतना सम्मान की बात है.’’ 


विम्बल्डन के मिक्स डबल्स में सानिया का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 


सानिया का यह टूर पर आखिरी साल है. उन्होंने और पाविच ने पहला सेट जीतने के बाद दूसरे सेट में भी 4- 2 की बढत बना ली थी लेकिन अगले छह में से पांच गेम हार गए. निर्णायक सेट में सानिया और पाविच ने अपने विरोधी की सर्विस तोड़ी लेकिन ज्यादा देर दबाव बनाकर नहीं रख सके. पाविच ने 12वें गेम में दो बार डबल फॉल्ट किये. 


विम्बलडन में मिश्रित युगल में यह सानिया का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है. वह 2011, 2013 और 2015 में क्वार्टर फाइनल तक पहुंची थी. उन्होंने विम्बलडन में 2015 में मार्तिना हिंगिस के साथ महिला युगल खिताब जीता था. छह बार की ग्रैंडस्लैम विजेता सानिया ने इस साल के शुरू में घोषणा की थी कि वह 2022 सत्र के समापन के साथ संन्यास ले लेंगी.


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