नई दिल्लीः वेस्टइंडीज के मौजूदा दौरे में मोहम्मद सिराज को भारतीय तेज गेंदबाजी आक्रमण का नेतृत्‍व करने की जरूरत थी. क्वींस पार्क ओवल की धीमी पिच पर चौथे दिन जहां गेंदबाजों के कुछ नहीं था, सिराज ने अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 60 रन पर पांच विकेट लेकर वापसी की और भारत को 183 रन की अच्छी बढ़त दिलाई.


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सिराज ने की सर्वेश्रेष्ठ गेंदबाजी
टेस्ट करियर में अपने दूसरे पंजे के लिए सिराज ने जोशुआ दा सिल्वा, जेसन होल्डर, अल्ज़ारी जोसेफ, केमार रोच और शैनन गेब्रियल को पैवेलियन का रास्‍ता दिखाया. सिराज ने दूसरी नई गेंद के साथ इनस्विंगर, आउटस्विंगर और वॉबल-सीम डिलीवरी का अच्‍छा मिश्रण किया जिससे वेस्‍टइंडीज के बल्‍लेबाज उन्‍हें अच्‍छी तरह नहीं खेल सके.


बताया क्यों मुश्किल है जीत
तेज गेंदबाज ने बताया कि उनके लिए सपाट पिच पर सफल होना आसान नहीं था. उन्‍होंने कहा, "सबसे पहले, यह प्रदर्शन वास्तव में अच्छा था क्योंकि इस तरह के सपाट विकेट पर पंजा लेना आसान नहीं है. पिच ज्यादा मदद नहीं कर रही थी. मैं इसे स्टंप टू स्टंप रखना चाहता था. वहां से अगर यह सीम करता है, तो यह वास्तव में अच्छा है.


बताया क्या है टीम की प्लानिंग
सिराज ने दिन का खेल खत्म होने के बाद कहा, "यह मेरी योजना थी, बस इस सरल योजना को क्रियान्वित करना जारी रखना था. चौथे दिन, हमारे पास अपेक्षाकृत नई गेंद भी थी, इसलिए यह स्विंग कर रही थी. पांचवें दिन, हम एक पुरानी गेंद से शुरुआत करेंगे. हमें सरल योजनाएँ रखनी होंगी, बहुत अधिक रन नहीं देने होंगे और बस दबाव बनाना होगा. सिराज ने अपनी फिटनेस में सुधार और कठिन परिस्थितियों में गेंदबाजी करने में मदद करने के लिए कंडीशनिंग कोच सोहम देसाई को श्रेय दिया.


बारिश ने किया खेल प्रभावित
उन्‍होंने कहा, "यहां गर्मी और उमस है. रुक-रुक कर बारिश भी हो रही है. एक तेज गेंदबाज के रूप में खुद को लय में रखना एक चुनौती है, जब आप मैदान से बाहर जाते रहते हैं और शरीर तेजी से ठंडा होने लगता है. उन्होंने कहा, "एक तेज गेंदबाज के रूप में, इस उमस में लंबे स्पैल फेंकना भी मुश्किल है. मैं अपने शरीर को गर्म रखने की कोशिश करता हूं और सिर्फ साधारण योजनाओं पर ध्यान केंद्रित करता हूं. 


जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी के बिना, सिराज भारतीय तेज-गेंदबाजी लाइन-अप का नेतृत्‍व करने के मौके का आनंद ले रहे हैं.उन्‍होंने कहा, "ईमानदारी से कहूं तो, जब मुझे अतिरिक्त जिम्मेदारी दी जाती है तो वास्तव में अच्छा लगता है. यह एक शानदार एहसास है और यह एक चुनौती भी है. जब कोई और नहीं होता है, तो मुझे मैदान पर उतरना होता है और कुछ जिम्मेदारी दिखानी होती है. मुझे इस चुनौती को स्वीकार करना पसंद है.


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