U19 T20 World Cup 2023: साउथ अफ्रीका की मेजबानी में खेले गये पहले अंडर-19 महिला टी20 विश्वकप का फाइनल मैच जेबी मार्क्‍स ओवल के मैदान पर खेला गया जहां पर पहले खिताब की जंग में भारतीय महिला टीम का सामना इंग्लैंड की महिला टीम से हुआ. भारतीय महिला टीम ने इस फाइनल मैच में 6 साल पहले मिली हार का बदला लेकर 7 विकेट से जीत हासिल की और भारतीय महिला टीम को उसका पहला खिताब दिलाया.


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भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर यह पहला खिताब जीता है. इससे पहले वो दो बार वनडे विश्वकप और एक बार टी20 विश्वकप के फाइनल खेल चुकी है लेकिन हर बार उसे हार का सामना करना पड़ा है.


शैफाली ने लिया 6 साल पुरानी हार का बदला


2017 के महिला वनडे विश्वकप में भारतीय टीम जीत की कगार पर खड़ी थी लेकिन आखिरी ओवर्स के रोमांच में उसे 9 रन से हार का सामना करना पड़ा था. कप्तान मिताली राज का अपनी टीम को खिताब जिताने का सपना अधूरा रह गया था लेकिन सीनियर टीम के साथ खेल चुकी युवा क्रिकेटर शैफाली वर्मा ने भारत के लिये पहला विश्वकप खिताब जीतने का सपना पूरा किया.शैफाली वर्मा ने एक दिन पहले ही 19वां जन्मदिन मनाया और रविवार को विश्वकप खिताब के रूप में गिफ्ट भी दिया. 


जीत के बाद रोने लगी शैफाली वर्मा


जैसे ही भारतीय महिला टीम ने विश्वकप का खिताब जीत लिया कप्तान शैफाली वर्मा की आंखों में आसू आ गये, इतना ही नहीं इसको लेकर जब उनसे बात की गई तो वो भावुक हो गई और रोने लगी. शैफाली ने कहा कि यह एक अविश्वसनीय अहसास है जिसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता है.


मैच के बाद उन्होंने कहा, 'जिस तरह से सभी लड़कियों ने प्रदर्शन कर एक-दूसरे का समर्थन किया, यह बहुत खुशी की बात है और अविश्वसनीय एहसास. जिस तरह से वे हर दिन हमें समर्थन दे रहे थे और हमें बता रहे थे कि हम यहां कप जीतने के लिए आए हैं और उनकी वजह से हम यहां हैं. उन्होंने सभी को प्रोत्साहित किया और सभी खिलाड़ियों ने मुझे बहुत समर्थन दिया है.मुझे यह बेहतरीन टीम देने के लिए बीसीसीआई का धन्यवाद और कप जीतने के लिए वास्तव में खुश हूं. टूर्नामेंट में श्वेता सहरावत शानदार रही हैं और उन्होंने सभी योजनाओं का पालन किया है. केवल वह ही नहीं, अर्चना, सौम्या और बाकी खिलाड़ी समेत सभी अविश्वसनीय रहे हैं.'



शैफाली ने दिलाया महिला टी20 विश्वकप जीतने का भरोसा 


गौरतलब है कि 2019 में भारत के लिये डेब्यू करने वाली शैफाली वर्मा ने 2020 में अपना पहला  टी20 विश्वकप खेला था लेकिन फाइनल मैच में कैच गंवा देने के चलते ऑस्ट्रेलिया की टीम ने 185 रन का विशाल स्कोर खड़ा कर दिया था. वहीं रनों का पीछा करते हुए भी शैफाली ज्यादा योगदान नहीं दे पाई थी और पूरी टीम 99 रन पर आउट हो गई थी. तब शैफाली को पूरी टीम ने सांत्वना देकर समझाया था लेकिन 3 साल बाद जब उन्होंने पोचेफस्ट्रूम में खिताब जीता तो शायद उस दर्द की धुंधली यादें फिर सामने आ गई और प्रेजेंटेशन सेरेमनी के दौरान वो रोने लगी.


अंडर-19 महिली टी20 विश्वकप का पहला खिताब जीतने वाली पहली महिला कप्तान बनने के बाद शैफाली यहां पर रुकने वाली नहीं है और जब उनसे पूछा गया कि क्या अंडर19 विश्व कप एकमात्र बड़ी ट्रॉफी है, जिसे वह इस साल उठाने जा रही हैं, तो उन्होंने दक्षिण अफ्रीका में 10 से 26 फरवरी तक होने वाले आगामी महिला टी20 विश्व कप की ओर भी इशारा किया.


तीतस संधु के प्रदर्शन से मिली खास जीत


भारतीय टीम के लिये फाइनल मैच में 6 रन देकर 2 विकेट लेने वाली तेज गेंदबाज तीतस साधु को प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार से नवाजा गया.


जीत के बाद उन्होंने कहा, 'लंबे समय से इस दिन का इंतजार कर रही थी. हमारे दिमाग में एक योजना थी, और शुक्र है कि हमने जो योजना बनाई थी, उस पर अमल किया. स्पिनरों ने वास्तव में अच्छा समर्थन किया. हमने 2 मैच खेले हैं और यहां होने वाले सभी मैच देखे हैं और मुझे पता था कि कहां गेंदबाजी करनी है.'


इसके शीर्ष पर मुख्य कोच नूशिन अल खदीर थे, जो 2005 के एकदिवसीय विश्व कप फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के उपविजेता भारतीय टीम का हिस्सा थे. उन्होंने कहा, बहुत सारे लोग हमें बता रहे हैं कि बहुत सारे एथलीटों ने यह कोशिश की है और इसे प्राप्त नहीं कर सके, इसलिए यह महिला टीम के लिए पहला भारतीय कप है और हम सभी खुश हैं. यह घर में बहुत बड़ा बदलाव लाएगा.


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