Indian Cricketer inTrouble: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व मीडियम तेज गेंदबाज मुनफ पटेल इस समय भारी मुश्किलों का सामना कर रहे हैं, जिसके चलते उत्तर प्रदेश सरकार ने इस दिग्गज खिलाड़ी से अब तक 52 लाख रुपये की वसूली कर ली है और 2 बैंक अकाउंट को सीज कर दिया है. खबर सामने आने के बाद सभी इस बात को समझने की कोशिश कर रहे हैं कि आखिरकार मामला क्या है.


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दरअसल उत्तर प्रदेश भू-संपदा विनियामक प्राधिकरण (यूपी रेरा) की ओर से जारी वसूली प्रमाणपत्र (आरसी) के आधार पर गौतम बुद्ध नगर जिला प्रशासन ने पूर्व अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर मुनाफ पटेल के दो बैंक खातों को सीज कर 52 लाख रुपये की वसूली की है. इस खबर की जानकारी एक अधिकारी ने दी है. 


मुनाफ पटेल बिल्डर कंपनी ‘निवास प्रमोटर्स प्राइवेट लिमिटेड’ में निदेशक हैं. यूपी रेरा ने मुनाफ पटेल की कंपनी द्वारा निवेशकों की रकम नहीं लौटाने के आरोप में यह कार्रवाई की है. जिलाधिकारी गौतम बुद्ध नगर सुहास एलवाई ने बताया कि ‘यूपी रेरा’ की आरसी पर बिल्डर के खिलाफ कार्रवाई की गई है. 


यूपीरेरा के तहत क्रिकेटर पर हुई है कार्रवाई


मुनाफ पटेल भी उस कंपनी में निदेशक हैं. विधिक सलाह के बाद राजस्व टीम ने बैंक खाता सीज कर आरसी का पैसा वसूला है. उन्होंने बताया कि बकाया धनराशि की वसूली का भी प्रयास किया जा रहा है. 


जिलाधिकारी ने बताया, ‘ग्रेटर नोएडा वेस्ट सेक्टर-10 में ‘निवास प्रमोटर्स प्राइवेट लिमिटेड’ के तहत ‘वनलीफ ट्रॉय’ नामक एक परियोजना पर काम हो रहा है जिसके खरीदारों ने परियोजना समय पर पूरा नहीं होने पर यूपी रेरा में शिकायत की थी. शिकायत के आधार पर सुनवाई के बाद यूपी रेरा ने बिल्डर के खिलाफ आदेश जारी किया था.’


इस वजह से मुनफ पटेल पर कसा है शिकंजा


उन्होंने बताया कि आदेश का पालन नहीं करने पर यूपी रेरा ने बिल्डर को आरसी जारी कर दी थी. जिला प्रशासन के पास बिल्डर के खिलाफ 10 करोड़ रुपये की 40 से अधिक आरसी लंबित है. 


एलवाई ने बताया, ‘इस मामले में दादरी तहसील की टीम ने वसूली का प्रयास किया, लेकिन बिल्डर ने पैसे नहीं दिए. इसके बाद तहसील की टीम ने विधिक सलाह लेने के बाद कंपनी के निदेशकों से वसूली शुरू कर दी. क्रिकेटर मुनाफ पटेल कंपनी के निदेशक हैं. उनके नोएडा और गुजरात में एक्सिस बैंक की दो शाखाओं में स्थित दो खातों को सीज कर राशि की वसूली की गई है. दोनों बैंक से तकरीबन 52 लाख रुपये जब्त किए गए हैं.’ 


5 साल में पूरा नहीं हो पाया निर्माण का काम


उन्होंने बताया कि बिल्डर के खिलाफ आगे भी कार्रवाई जारी रहेगी. ‘निवास प्रमोटर्स प्राइवेट लिमिटेड’ ने वर्ष 2017 में यूपी रेरा में परियोजना को पंजीकृत करवाया था. तय समय में काम पूरा नहीं हुआ तो यूपी रेरा ने बिल्डर को एक और मौका देते हुए अतिरिक्त समय दिया. बावजूद इसके काम पूरा नहीं हुआ. 


इसी साल इस परियोजना का पंजीकरण भी समाप्त हो गया. एलवाई ने बताया कि यूपी रेरा की आरसी पर बिल्डर के खिलाफ कार्रवाई हो रही है. इसी क्रम में कंपनी के निदेशक मुनाफ पटेल के बैंक खाते सीज किए गए हैं. उन्होंने बताया कि बाकी रकम की वसूली के लिए भी इसी तरह की कार्रवाई हो रही है. 


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