नई दिल्लीः भारत के पूर्व कप्तान विराट कोहली ने कहा है कि लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरना बहुत मुश्किल होता है. उन्होंने कहा कि जब वह खराब दौर से गुजर रहे थे तो काफी निराशा होती थी. कोहली ने मंगलवार को गुवाहाटी में श्रीलंका के खिलाफ पहले वनडे में अपना 45वां वनडे शतक सिर्फ 80 गेंदों में पूरा किया और सचिन तेंदुलकर के 49 वनडे शतकों के विश्व रिकॉर्ड के करीब पहुंच गए.


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सूर्यकुमार यादव से बातचीत में किया खुलासा
मैच के बाद सूर्यकुमार यादव से बात करते हुए उन्होंने कहा, "मैंने मैच के बाद कहा था कि कभी-कभी क्या होता है कि लोग आपको अलग तरह से देखते हैं. अब, जब सूर्य खेलने के लिए मैदान पर जाते हैं, तो लोग सोचते हैं कि सूर्य क्या करेंगे. इस उम्मीदों के साथ बने रहना एक बहुत ही गहन प्रक्रिया है. कभी-कभी क्या होता है, जब आप अच्छी तरह से क्रिकेट खेल रहे होते हैं, तो आपका फॉर्म अच्छा होता है, और ये सभी चीजें अच्छी तरह से चलती हैं."



"लेकिन जब यह थोड़ा खराब फॉर्म से गुजरते हैं, तो निराशा होती है. क्योंकि मैं उसी अंदाज में खेलना चाहता था और लोगों की यही उम्मीद थी, इसलिए मैं इस तरह खेलता हूं, मुझे ऐसे खेलना चाहिए और मुझे ऐसे खेलना होगा."


मुश्किल वक्त में क्या करें, कोहली ने बताया
स्टार बल्लेबाज ने कहा कि जब आप थोड़ा सा अवसाद महसूस करते हैं तो चीजों को आगे बढ़ाने के बजाय हमेशा दो कदम पीछे हट जाएं. कोहली ने कहा, "उसके बाद, जब मैं एशिया कप के लिए आराम से वापस आया, तो मैंने अभ्यास का आनंद लेना शुरू कर दिया. मैंने फिर से प्रशिक्षण का आनंद लेना शुरू कर दिया. इस तरह मैंने हमेशा अपना क्रिकेट खेला है. 


मैं जो कहूंगा वह यह है कि अगर आप थोड़ी सी भी हताशा महसूस करते हैं तो खुद को परेशान करने के बजाय हमेशा दो कदम पीछे हटें. क्योंकि तब चीजें आपसे दूर होने लगेंगी."भारत ने मंगलवार को श्रीलंका को 67 रन से हराकर तीन मैचों की वनडे सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली. दूसरा मैच गुरुवार को कोलकाता के ईडन गार्डन में होना है.


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