नई दिल्लीः क्रिकेट के मैदान में कई शानदार पारियां खेलने के बावजूद विराट कोहली सचिन तेंदुलकर के प्रशंसक बने हुए हैं. उन्होंने अपने आदर्श खिलाड़ी के 49 एकदिवसीय शतकों के रिकॉर्ड की बराबरी करने के बाद बिना किसी हिचकिचाहट के स्वीकार किया कि वह कभी भी मुंबई के इस दिग्गज की बराबरी नहीं कर पायेंगे. कोहली के एकदिवसीय करियर की 49वीं शतकीय पारी के दम पर भारत ने पांच विकेट पर 326 रन बनाने के बाद दक्षिण अफ्रीका की पारी को 27.1 ओवर में 83 रन पर समेट कर विश्व कप मैच में बड़ी जीत दर्ज की. 


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जानिए क्या बोले कोहली
मैन ऑफ द मैच कोहली ने अपने 35 वें जन्मदिन को यादगार बनाने के बाद पुरस्कार समारोह में कहा, ‘‘ अपने नायक के रिकॉर्ड की बराबरी करना बहुत बड़ा सम्मान है. वह बल्लेबाजी के मामले में ‘परफेक्ट’ रहे हैं. यह एक भावनात्मक क्षण है. मैं उन दिनों को जानता हूं जहां से मैं आया हूं, मैं उन दिनों को जानता हूं जब मैंने उन्हें टीवी पर देखा है. उनसे सराहना पाना मेरे लिए बहुत मायने रखता है.’’ 


तेंदुलकर ने भी की तारीफ
कोहली के शतक के बाद तेंदुलकर ने ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) में लिखा, ‘‘शानदार खेल दिखाया विराट. इसी साल की शुरुआत में मुझे 49 से 50 (वर्ष) का होने में 365 दिन लगे. उम्मीद करता हूं कि आप 49 से 50 (शतक) तक पहुंचोगे और अगले कुछ दिनों में मेरा रिकॉर्ड तोड़ोगे. बधाई हो.’’ कोहली से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘‘ तेंदुलकर का संदेश काफी खास है. अभी के लिए यह सब बहुत ज्यादा है.’’ 


कोहली ने कहा कि प्रशंसकों ने इस मुकाबले को उनके लिए बेहद खास बना दिया. उन्होंने कहा, ‘‘यह एक चुनौतीपूर्ण मुकाबला था. संभवतः टूर्नामेंट में अब तक की सबसे कठिन टीम से खेलते हुए अच्छा प्रदर्शन करने की प्रेरणा मिली.’’ उन्होंने कहा, ‘‘ लोगों ने मेरे जन्मदिन को और भी खास बना दिया. मुझे इसके कुछ और होने का एहसास हुआ. जब सलामी बल्लेबाज उस (तेज) अंदाज में शुरुआत करते हैं, तो आपको लगता है कि पिच काफी आसान है. 


गेंद पुरानी होने के बाद हालांकि परिस्थितियों में बदलाव आया.’’ उन्होंने कहा, ‘‘ टीम प्रबंधन से मुझे आखिर तक बल्लेबाजी करने का संदेश मिला था.  मैं इस दृष्टिकोण से खुश था. जब हम 315 रन के पास पहुंचे थे तब मुझे पता था कि यह अच्छा स्कोर है. ’’ कोहली ने कहा, ‘‘ मैं रिकॉर्ड नहीं बल्कि बस रन बनाना चाहता हूं. मैं क्रिकेट खेलने का आनंद लेता हूं जो अब अधिक महत्वपूर्ण है और मैं टीम के लिए फिर से योगदान देने में सक्षम हूं. मैं खुश हूं कि अब मैं दोबारा से वह कर पा रहा हूं जो मैं इतने सालों से करता आ रहा था.