Wrestlers Protest: सचिव तोमर सस्पेंड, WFI ने पहलवानों के आरोप नकारे, धरना खत्म होने के बाद जानें क्या-क्या हुआ
Wrestlers Protest: भारतीय पहलवानों की ओर से भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ लगे यौन शोषण के आरोपों ने सभी को हिला कर रख दिया है. आइये एक नजर इस मामले से जुड़ी सभी अपेड्टस पर डालते हैं.
Wrestlers Protest: भारतीय पहलवानों की ओर से भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ लगे यौन शोषण के आरोपों ने सभी को हिला कर रख दिया है. इसको लेकर विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया समेत 30 से ज्यादा पहलवानों ने दिल्ली के जंतर-मंतर में धरना दिया था. हालांकि 3 दिन के विरोध प्रदर्शन के बाद खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने खिलाड़ियों से मुलाकात कर 7 घंटे तक बात की और मामले को जांच समिति के गठन के साथ समाप्त किया.
हालांकि शनिवार को भी इस मामले में लगातार अपडेट आते रहे जिसने लोगों को हैरान करना जारी रखा. आइये एक नजर इस मामले से जुड़ी सभी अपेड्टस पर डालते हैं.
1. खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने 7 सदस्यीय जांच समिति गठित करने की बात कही है जिसके सदस्यों के नाम का ऐलान रविवार को किया जाएगा और यह समिति 4 हफ्ते में मामले की गहन जांच कर खेल मंत्रालय को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी.
2. मामले की जांच होने तक भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह को संघ के कामों से दूर रहने की बात कही गई है ताकि जांच प्रभावित न हो सके.
3. खेल मंत्रालय की ओर से जारी किये गये नोटिस पर भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) ने जवाब दिया है और अपने अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न सहित सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि खेल निकाय में ‘तानाशाही और कुप्रबंधन की कोई गुंजाइश नहीं है’. वहीं सिंह ने कहा कि जांच पूरी होने तक वह डब्ल्यूएफआई प्रमुख के पद से हट जायेंगे.
4. खेल मंत्रालय ने भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के सहायक सचिव विनोद तोमर को यौन उत्पीड़न और भ्रष्टाचार के आरोपों का मामला सामने आने के बाद निलंबित कर दिया गया है. मंत्रालय ने सिंह के उत्तर प्रदेश के गढ़ गोंडा में शुरू होने वाली ओपन चैंपियनशिप को भी रद्द कर दिया. मंत्रालय के सूत्रों ने कहा कि तोमर की उपस्थिति ‘इस मामले की जांच’ को प्रभावित कर सकती है. सूत्रों ने यह भी कहा कि मंत्रालय की जल्द बनने वाली निगरानी समिति के पास भारतीय कुश्ती से जुड़े मामलों पर सभी फैसले लेने का अधिकार होगा.
5. महासंघ ने सरकार के संज्ञान में लाया कि उसके पास पांच सदस्यीय यौन उत्पीड़न समिति है, जिसके अध्यक्ष उसके महासचिव वीएन प्रसाद हैं और जिसमें साक्षी भी सदस्य हैं. इसने कहा कि आरोप ‘प्रेरित, पक्षपाती, निराधार और झूठे’ है और यह आरोप केवल अध्यक्ष, डब्ल्यूएफआई और उसके कोचों को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से लगाए गए है.
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