नई दिल्लीः WTC Final 2023: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल खेला जा रहा है. दो दिन का खेल समाप्त होने के बाद ऑस्ट्रेलिया की खिताबी मुकाबले पर पकड़ मजबूत नजर आ रही है. वहीं भारत की हालत इतनी खस्ता है कि शीर्ष 4 बल्लेबाजों में से सिर्फ एक 15 रन बना सका. बाकी इससे कम में चलते बने. अभी अजिंक्य रहाणे और श्रीकर भरत क्रीज पर हैं जिनसे टीम को काफी उम्मीदें हैं. और उम्मीद ऐसे ही दो रिकॉर्ड भी दे रहे हैं जो बताते हैं कि ऑस्ट्रेलिया पहली पारी में 450 रन से ज्यादा बनाने के बाद भी भारत से टेस्ट मैच हार चुका है. इनमें से एक मैच में तो भारत ने ऑस्ट्रेलिया को विदेशी सरजमीं पर हराया था.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

एडिलेड टेस्ट में भारत ने पलटी थी बाजी
दरअसल हम बात कर रहे हैं भारत के 2003 के ऑस्ट्रेलिया दौरे की. भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच एडिलेड में 12 दिसंबर से सीरीज का दूसरा मैच खेला गया था. इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 556 रन बनाए थे जिसमें रिकी पोटिंग का शानदार दोहरा शतक शामिल था. वहीं भारत ने भी राहुल द्रविड़ के 233 रन और वीवीएस लक्ष्मण के 148 रन की बदौलत पहली पारी में 523 रन बनाए. 


भारत ने दूसरी पारी में की थी बेहतरीन गेंदबाजी
इसके बाद दूसरी पारी में भारत ने बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया को 196 रन पर समेट दिया. दूसरी पारी में अजीत अगरकर ने 6 विकेट अपने नाम किए थे. इसके बाद दूसरी पारी में भी राहुल द्रविड़ भारत के लिए संकटमोचक बने. उन्होंने 72 रन की पारी खेली जिसकी बदौलत भारत ने 233 रन बनाकर यह मुकाबला 4 विकेट से जीत लिया.


बेंगलुरु टेस्ट में भी भारत ने किया था पलटवार
साल 2010 में ऑस्ट्रेलियाई टीम भारत दौरे पर आई थी. सीरीज का दूसरा मैच 9 अक्टूबर से बेंगलुरु में खेला गया. इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 478 रन बनाए थे. इसमें मार्कस नार्थ ने 128, रिकी पोंटिंग ने 77 रन, टिम पेन ने 59 और शेन वाटसन ने 57 रन का योगदान दिया था. जवाब में भारत ने सचिन तेंदुलकर के 214 रन और मुरली विजय के 139 रन की बदौलत पहली पारी में 495 रन बनाए. 


भारत ने 7 विकेट से जीता था बेंगलुरु टेस्ट
दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने आई ऑस्ट्रेलियाई टीम सिर्फ 223 रन ही बना पाई. तब भारतीय गेंदबाजों के सामने सिर्फ पोंटिंग ही टिक पाए थे और उन्होंने 72 रन बनाए थे. वहीं भारत की ओर से जहीर खान और प्रज्ञान ओझा ने 3-3 विकेट लिए थे. इसके बाद चेतेश्वर पुजारा के 72 रन और सचिन तेंदुलकर के 53 रन की बदौलत भारत दूसरी पारी में 207 रन बनाकर यह टेस्ट अपने नाम करने में कामयाब रहा. 


रहाणे को दिखानी होगी द्रविड़ जैसी दृढ़ता
ये ऐसे दो वाकये हैं जो भारत की डब्ल्यूटीसी फाइनल में उम्मीद जताते हैं. साथ ही एडिलेड टेस्ट के हीरो राहुल द्रविड़ अभी भारतीय टीम के मुख्य कोच हैं. ऐसे में द्रविड़ ने जो दृढ़ता ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उसकी ही सरजमीं पर दिखाई थी कुछ उस तरह का खेल अब पहली पारी में रहाणे, भरत और शार्दुल ठाकुर को खेलने की जरूरत है. क्योंकि भारतीय टीम लंदन के ओवल में हो रहे इस मैच में काफी पिछड़ी हुई है.


लड़खड़ाती नजर आ रही है भारतीय टीम
जहां ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 469 रन बनाए वहीं भारतीय टीम पहली बार में लड़खड़ाती नजर आ रही है. कंगारू गेंदबाजों के सामने दमखम दिखाने वाले रविंद्र जडेजा 48 रन बनाकर पवेलियन लौट चुके हैं और अब सारा जिम्मा अजिंक्य रहाणे और श्रीकर भरत पर है. वहीं इसके बाद बल्लेबाजी के लिए आने वाले ऑलराउंडर शार्दुल ठाकुर से भी यादगार पारी की दरकार है. बता दें कि दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक भारत ने 5 विकेट खोकर 151 रन बनाए हैं और वह 318 रन से पिछड़ रहा है.


यह भी पढ़िएः WTC Final: लड़खड़ाई टीम इंडिया बड़ी हार के करीब, टॉप ऑर्डर फ्लॉप


 



Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.