नई दिल्लीः खेल जगत में मैच फिक्सिंग से जुड़े मामले अक्सर सामने आते रहे हैं, लेकिन इस बार मैच फिक्सिंग से जुड़ा एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे सुन सभी खेल प्रेमियों को बड़ा झटका लग सकता है. 


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135 मैचों में की फिक्सिंग 
बता दें कि मैच फिक्सिंग में फंसे खिलाड़ी के ऊपर एक, दो, तीन मैचों में नहीं... बल्कि पूरे 135 मैचों में फिक्सिंग करने के आरोप सिद्ध हुए हैं. आरोप सिद्ध होते ही खिलाड़ी को जीवन भर के लिए बैन कर दिया गया है. 


दरअसल, हम जिस खिलाड़ी की बात कर रहे हैं वो न तो कोई फुटबॉल खिलाड़ी है और न  ही क्रिकेट खिलाड़ी बल्कि वो मोरक्को का पूर्व टेनिस खिलाड़ी है, जिसका नाम यूनुस राचिदी है. 


'खेल के इतिहास में नहीं हुआ ऐसा'
बता दें कि यूनुस राचिदी ने 135 मैचों में फिक्सिंग की. इस मसले पर फैसला सुनाते हुए अंतरराष्ट्रीय टेनिस की ‘इंटिग्रिटी एजेंसी’ ने कहा, 'यह खेल में किसी एक व्यक्ति की ओर से किए गए मैच फिक्सिंग के अपराधों की सबसे बड़ी संख्या है. आज तक खेल के इतिहास में कभी तक ऐसा नहीं हुआ कि किसी खिलाड़ी ने 135 या उससे अधिक मैच फिक्स किया हो और वो भी कोई एक खिलाड़ी.'


यूनुस राचिदी पर लगा आजीवन प्रतिबंध
युगल रैंकिंग में 473वें स्थान पर रहे यूनुस राचिदी को एटीपी डब्यूटीए के अधीन किसी भी टेनिस इवेंट में खेलने, कोचिंग देने या भाग लेने से प्रतिबंधित कर दिया गया है. साथ ही उनके ऊपर 34,000 अमेरिकी डॉलर यानी कि भारतीय मुद्रा में करीब 29 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है. 


भ्रष्टाचार रोधी सुनवाई अधिकारी जेनी सौब्लियरे ने 36 वर्षीय राचिदी के खिलाफ सभी आरोप साबित होने का फैसला सुनाया और ‘इंटिग्रिटी एजेंसी’ ने कहा, 'यूनुस राचिदी अल्जीरिया के दो खिलाड़ियों के साथ मैच फिक्सिंग में शामिल थे, जिन्हें हाल ही में बेल्जियम में जांच के बाद प्रतिबंधित कर दिया गया था.'


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