Layoff: दुनिया भर में छाई आर्थिक मंदी का असर कई सारी मल्टी नेशनल कंपनियों और उसके काम करने के तरीकों पर पड़ रहा है जिसके चलते अमेरिका की सर्च इंजन कंपनी गूगल ने ऐसा कदम उठाया है जिसने सभी को हैरान कर दिया है. अभी तक अपने कई सेंटर में कर्मचारियों की छटनी करने के बाद गूगल ने अब रोबोट्स को भी वर्कप्लेस से हटाने का फैसला किया है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

12  हजार कर्मचारियों के साथ 100 रोबोट भी निकाले


गूगल की मूल कंपनी अल्फाबेट ने हाल ही में 12,000 कर्मचारियों और अपने हेडक्वार्टर के कैफेटेरिया की सफाई करने वाले 100 रोबोटों को निकाल दिया है. वायर्ड रिपोर्ट के अनुसार, गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने अल्फाबेट के 'एवरीडे रोबोट्स' प्रोजेक्ट को गूगल की एक्सपेरिमेंटल एक्स लैबोरेट्रीज के तहत बंद कर दिया है.


प्रोजेक्ट के तहत कंपनी के कैफेटेरिया को साफ करने में मदद करने के लिए 100 वन-आर्म्ड, व्हील्ड रोबोर्ट्स को ट्रेनिंग दी गई थी. इनमें से कई रोबोट प्रोटोटाइप को प्रयोगशाला से बाहर ले जाया गया था और वे गूगल सुविधाओं में उपयोगी काम कर रहे थे.


सफाई और रख-रखाव का काम करते थे ये रोबोट


ये रोबोट टेबल साफ करने के साथ-साथ कचरा अलग करने और रिसाइक्लिंग का काम करते थे. महामारी के दौरान रोबोट ने कॉन्फ्रेंस रूम को साफ रखने में भी मदद की. अब रोबोट डिवीजन के बंद होने से, इसकी कुछ तकनीक का इस्तेमाल अन्य डिवीजनों के लिए किया जा सकता है.


अल्फाबेट ने तैयार किया है विजुअल लर्निंग सॉफ्टवेयर


अल्फाबेट ने पिछले कुछ सालों में सीखने के लिए एक हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर सिस्टम विकसित किया है, जिसमें विजुअल से वास्तविक दुनिया में नॉलेज ट्रांसफर शामिल है.


रोबोटों ने धीरे-धीरे अपने आसपास की दुनिया पर अधिक पकड़ हासिल की और मशीन सीखने की तकनीकों का उपयोग करके सामान्य गतिविधियों को ज्यादा तेजी से करने में अधिक निपुण हो गए हैं. लागत में और कटौती करने के प्रयास में गूगल ने काम पर लौटने वाले कर्मचारियों से वर्क फ्रॉम होम को बढ़ाने और अपने वर्क प्लेस को एक से ज्यादा लोगों के साथ साझा करने के लिये भी कहा है.


इसे भी पढ़ें- Indian Women Team: आखिर क्यों खत्म नहीं हो रहा भारतीय टीम का नॉकआउट हारने का सफर, जानें T20 विश्वकप में कहां हुई चूक



Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.