नई दिल्ली:  हाल ही में सामने आई एक रिसर्च के मुताबिक डायबिटीज की कुछ दवाएं किडनी स्टोन के खतरे को कम कर सकती हैं. रिसर्च के अनुसार टाइप 2 डायबिटीज किडनी स्टोन के बढ़ते जोखिम से जुड़ा है, इस स्थिति के लिए कुछ तरह के उपचार से गुर्दे की पथरी के जोखिम को कम करने में भी लाभ हो सकता है. 


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SGLT2 अवरोधक कर सकता है मदद 
अमेरिका में ब्रिघम और महिला अस्पताल और मैसाचुसेट्स जनरल अस्पताल के रिसर्चर्स ने पाया कि सोडियम ग्लूकोज कॉन्ट्राट्रांसपोर्टर 2 (SGLT2) अवरोधकों के उपयोग से गुर्दे की पथरी होने की संभावना कम हो सकती है. जामा इंटरनल मेडिसिन में रिपोर्ट किए गए रिसर्च में टाइप 2 डायबिटीज वाले मरीजों के अमेरिका के तीन राष्ट्रव्यापी डेटाबेस से डेटा शामिल था, जिन्हें रूटीन क्लिनिकल प्रैक्टिस में देखा गया था. 


रिसर्च में हुआ ये खुलासा 
रिसर्च के दौरान टीम ने टाइप 2 डायबिटीज वाले 7,16,406 लोगों की जानकारी का विश्लेषण किया, जिन्होंने एसडीएलटी 2, जीएलपी1 रिसेप्टर एगोनिस्ट या डाइपेप्टिडाइल पेप्टिडेज 4 अवरोधक लेना शुरू कर दिया था. जिन मरीजों ने एसजीएलटी2 अवरोधक लेना शुरू किया, उनमें जीएलपी1 एगोनिस्ट लेने वालों की तुलना में गुर्दे की पथरी होने का खतरा 30 प्रतिशत कम था और डीपीपी4 अवरोधक लेने वालों की तुलना में लगभग 25 प्रतिशत कम था. 


पथरी में मदद कर सकती है शुगर की दवाई 
ये रिजल्ट लिंग, नस्ल, जातीयता और क्रोनिक किडनी रोग के इतिहास और मोटापे के आधार पर एक जैसे थे. ब्रिघम और महिला अस्पताल में फार्माकोएपिडेमियोलॉजी और फार्माकोइकॉनॉमिक्स विभाग की संबंधित लेखिका जूली पाइक ने कहा, 'हमारी रिसर्च डायबिटीज के उन मरीजों की मदद कर सकता जिन्हें किडनी स्टोन होने का खतरा है.'  


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