नई दिल्ली: दिल्ली से मुंबई की दूरी करीब 1400 किलोमीटर है और दोनों राज्यों का सफर तय करने में 18-20 घंटे का समय लगता है. लेकिन सरकार काफी तेजी से दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस हाईवे के कंस्ट्रेक्शन के काम को तेजी से करने का प्रयास कर रही है.


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और अब इन हाईवे के किनारे स्मार्ट सिटी बनाने के बारे में भी विचार किया जा रहा है. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के अनुसार इस पर अंतिम फैसला वित्त मंत्रालय और PMO की तरफ से ही लिया जाएगा.


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केंद्रीय सड़क परिवहन, राजमार्ग और SME मंत्री गडकरी ने वीडियो कॉन्‍फ्रेंसिंग के जरिए Real Estate कंपनियों के संगठन नारेडको से कहा कि सरकार यह देख रही है कि क्या NHAI राजमार्ग (दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे) के किनारे एक टाउनशिप की योजना बनाई जा सकती है या नहीं. 


दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे परियोजना में करीब 1 लाख करोड़ रुपये की लागत से तैयार की जा रही है. इस परियोजना के बाद दिल्ली से मुंबई की दूरी को महज 12 घंटे में तैयार किया जा सकता है. 


परियोजना के बाद 16 हजार करोड़ की बचत
गडकरी ने कहा कि सरकार ने इस परियोजना पर अकेले भूमि अधिग्रहण के मोर्चे पर लगभग 16,000 करोड़ रुपये की बचत की है. इसे अब गुजरात, मध्य प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान के पिछड़े और दूर-दराज के इलाकों से जोड़ा जा सकेगा.