Sensex at record high: भारतीय शेयर बाजार आज क्यों तेजी से ऊपर बढ़ रहा? 5 कारणों में समझें
Indian Share Market Sensex Update: निफ्टी 50 इंडेक्स ने 22,000 के मनोवैज्ञानिक शिखर को फिर से हासिल कर लिया और 22,295.50 अंक के इंट्राडे हाई को छू लिया, जो 22,297.50 के मौजूदा रिकॉर्ड हाई से थोड़ा सा चूक गया. BSE सेंसेक्स आज बढ़त के साथ खुला और 73,574 के नए शिखर को छू गया.
Indian Share Market Sensex Update: चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में भारत की शानदार GDP के बाद आज शेयर बाजार में जोरदार खरीदारी देखने को मिली. IT, टेक और हेल्थकेयर शेयरों को छोड़कर ज्यादातर सेक्टर ग्रीन जोन में हैं. शेयर बाजार विशेषज्ञों के अनुसार, भारतीय शेयर बाजार में तेजी का रुख है क्योंकि चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में भारत की मजबूत GDP ने बैंकों और अन्य पीएसयू शेयरों में उत्साह वापस ला दिया है. बताया गया कि अमेरिकी मुद्रास्फीति के आंकड़ों में जारी होने की उम्मीद ने भी दलाल स्ट्रीट बुल्स की भावनाओं को बढ़ावा देने में अपनी भूमिका निभाई है.
निफ्टी 50 इंडेक्स ने 22,000 के मनोवैज्ञानिक शिखर को फिर से हासिल कर लिया और 22,295.50 अंक के इंट्राडे हाई को छू लिया, जो 22,297.50 के मौजूदा रिकॉर्ड हाई से थोड़ा सा चूक गया. BSE सेंसेक्स आज बढ़त के साथ खुला और 73,574 के नए शिखर को छू गया.
आज शेयर बाजार में तेजी के टॉप 5 कारण
1. भारत की GDP: वित्तवर्ष 2023-24 की तीसरी तिमाही में देश की आर्थिक विकास दर 8.4 प्रतिशत रही जो पांच तिमाहियों में सबसे ज्यादा है. इसके साथ ही राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) ने पूरे वित्तवर्ष के लिए विकास अनुमान बढ़ाकर 7.6 प्रतिशत कर दिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी आर्थिक विकार दर बढ़ने पर अपनी खुशी जाहिर की है.
2. बैंकिंग और PSU में हलचल: जानकारों के मुताबिक, हाल ही में कुछ सर्वेक्षणों में आगामी लोकसभा चुनाव में बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए की जीत की भविष्यवाणी की गई है. इससे बैंकिंग और पीएसयू शेयरों में उत्साह वापस आ गया है.
3. मजबूत वैश्विक संकेत: बताया गया कि इन-लाइन अमेरिकी मुद्रास्फीति डेटा जारी होने के बाद, वॉल स्ट्रीट पर S&P 500 और नैस्डैक रिकॉर्ड ऊंचाई पर बंद हुए, जिससे वैश्विक बाजार की धारणा को बढ़ावा मिला है.
4. US फेडरल रेट में कटौती की चर्चा: आश्चर्यजनक अमेरिकी मुद्रास्फीति आंकड़ों के बाद, यूएस फेडरल रेट में कटौती की चर्चा जोर पकड़ रही है. इसलिए, अमेरिकी ट्रेजरी पैदावार में कमी आने की उम्मीद है और लोगों से बांड और मुद्रा बाजार से पैसा अन्य परिसंपत्तियों में ट्रांसपर करने की उम्मीद है, जिसमें इक्विटी भी शामिल है.
5. मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था: अर्थव्यवस्था और शेयर बाज़ार एक दूसरे से कितने मजबूत रूप से जुड़े हुए हैं, इस पर विशेषज्ञ कहते हैं, 'चूंकि भारत की जीडीपी ने चालू वित्त वर्ष की सभी तीन तिमाहियों में 8 प्रतिशत या उससे अधिक की वृद्धि बनाए रखी है, इसलिए बाजार को चालू वित्त वर्ष में निफ्टी 50 इंडेक्स में 16 से 20 प्रतिशत की वृद्धि की उम्मीद है.'
Disclaimer: उपरोक्त विचार और जानकारी अलग-अलग विश्लेषकों की तरफ से उपलब्ध मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. हम निवेशकों को कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले प्रमाणित विशेषज्ञों से जांच करने की सलाह देते हैं.
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