नई दिल्ली: खाने का तेल की शुद्धता से संबंधित शिकायतों के बाद भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) ने बड़ा कदम उठाया है. इसके लिए बड़ा सैंपलिंग अभियान चलाया गया है. जिसका अच्छा परिणाम जल्दी ही देखने को मिल सकता है. 


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देश के अलग- अलग हिस्सों से जमा किए गए 4500 सैंपल
जानकारी के मुताबिक FSSAI ने 16 प्रकार के खाने के तेल सैंपल लिए हैं. इनमें से 50-50 सैंपल देश के महानगरों से उठाए गए हैं. उठाए गए सैंपल में सभी ब्रांडेड नॉन ब्रांडेड कंपनियों के तेल शामिल हैं. इन सैंपलों की रिपोर्ट एक महीने में आ जाएगी. उसके आधार पर दोषी पाए जाने वाले लोगों और कंपनियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. 


बड़े छोटे दोनों शहरों से उठाए गए नमूने
FSSAI के सूत्रों ने बताया कि सैंपल इकट्ठा करने के काम में राज्य के खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारियों को लगाया गया था. इसके लिए दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, बेंगलुरू जैसे बड़े शहरों से लगभग 50 नमूने इकट्ठा किए गए. वहीं छोटे शहरों में भी 8 से 10 नमूने जमा किए गए हैं. इन नमूनों को स्टैंडर्ड लेबोरेट्रीज में भेज दिया गया है. इनकी रिपोर्ट आने में 20 से 25 दिन लग जाएंगे. 


मिलावट करने वालों को मिलेगी कड़ी सजा 
FSSAI के मुताबिक इस अभियान का मकसद खाने के तेल में शुद्धता सुनिश्चित करवाना है. जांच में सैंपल फेल होने पर 5 लाख रूपये जुर्माने के साथ 7 साल तक की कैद का प्रावधान है. ऐसे दोषियों के खिलाफ गैंगस्टर ऐक्ट के तहत भी कार्रवाई की जाएगी. Sample में मिलावट पाए जाने पर सरकार की तरफ से सख्त कार्रवाई की जाएगी.