नई दिल्लीः संकट में फंसी एयरलाइन गो फर्स्ट ने 15 मई तक टिकट बुकिंग रोकने की घोषणा की है. इसके अलावा एयरलाइन यात्रियों को टिकट का पैसा लौटाने या भविष्य में यात्रा के लिए उनके इस्तेमाल की अनुमति देने पर विचार कर रही है. नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी. 


डीजीसीए ने गो फर्स्ट को भेजा था नोटिस


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एयरलाइन की ओर से तीन मई से तीन दिन के लिए अपनी उड़ानें निलंबित करने के फैसले के बाद डीजीसीए ने गो फर्स्ट को कारण बताओ नोटिस जारी किया था. नियामक ने बयान में कहा, ‘गो फर्स्ट ने 15 मई तक अपनी उड़ानों के लिए टिकट बुकिंग रोकने की सूचना है. एयरलाइन ने कहा है कि वह या तो यात्रियों को टिकट का पैसा लौटाएगी या उन्हें भविष्य की तारीख में उड़ान की अनुमति देगी.’ 


डीजीसीए ने टिकट का पैसा लौटाने का दिया निर्देश


गो फर्स्ट के जवाब के बाद डीजीसीए ने एयरलाइन से मौजूदा नियमनों के तहत निर्धारित समयसीमा में टिकट का पैसा लौटाने का निर्देश दिया है. नियामक ने कहा कि उसका प्रयास है कि गो फर्स्टकी ओर से अचानक परिचालन बंद करने से यात्रियों को होने वाली असुविधा को कम-से-कम किया जा सके.


कंपनी पर है 11 हजार करोड़ से ज्यादा की देनदारी


बता दें कि विमानन कंपनी गो फर्स्ट दिवालिया होने की कगार पर है. उसने नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) में दिवालिया प्रक्रिया के लिए आवेदन किया है. कंपनी नकदी के संकट से जूझ रही है. वाडिया समूह के स्वामित्व वाली एयरलाइन पर 11,463 करोड़ रुपये की देनदारी है.


इंजन की आपूर्ति न हो पाने को बताया वजह


कंपनी ने स्वैच्छिक दिवाला समाधान कार्यवाही के लिए आवेदन किया है, एनसीएलटी की दिल्ली पीठ बृहस्पतिवार को गो फर्स्ट की अपील पर सुनवाई करेगी. एयरलाइन ने कहा है कि प्रैट एंड व्हिटनी की ओर से इंजन आपूर्ति न करने के कारण उसके बेड़े के आधे से अधिक विमान खड़े हैं जिससे यह स्थिति पैदा हुई है.


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