Knitting Benefits: बेहतर कला ही नहीं एक्सरसाइज भी है बुनाई, तनाव समेत इन परेशानियों को करती है दूर, स्टडी में हुआ खुलासा
Knitting Benefits: आने वाली पीढ़ी के अंदर कपड़ा बुनने की इस कला को जीवंत रखना बेहद जरूरी है. इसलिए नहीं क्योंकि यह परंपरा काफी पुरानी है बल्कि इसलिए भी क्योंकि ये हमारी सेहत के लिए भी बेहद अच्छी है.
नई दिल्ली: Knitting Benefits: सर्दियां आते ही या किसी महिला के गर्भवती होते ही हमारी दादी, मम्मी या नानी छोटे-छोटे कपड़ों की बुनाई करना शुरू कर देती हैं. सर्दियों में तो बच्चों को दादी के हाथ के बुने हुए दस्ताने, मोजे, टोपी, स्वेटर और मफलर पहनना बेहद पसंद होता है. अब इसे मॉडर्न जमाना कहें या फिर समय की कमी आजकल कहीं न कहीं बुनने की ये परंपरा हमारे घरों से विलुप्त होती जा रही है. आजकल हम बाजार में उपलब्ध ट्रेंडी कपड़ों को पहनना ज्यादा पसंद करते हैं भले ही वे कितने ही ही महंगे क्यों न हों. बता दें कि कपड़े बुनने की इस परंपरा को हमें आगे चलकर सहेजना होगा. आने वाली पीढ़ी के अंदर इस कला को जीवंत रखना बेहद जरूरी है. इसलिए नहीं क्योंकि यह परंपरा काफी पुरानी है बल्कि इसलिए भी क्योंकि ये हमारी सेहत के लिए भी बेहद अच्छी है.
रिसर्च में हुआ ये खुलासा
बुनाई को लेकर साल 2009 में ब्रिटिश कोलंबिया यीनिवर्सिटी में एक रिसर्च की गई थी. इस रिसर्च में गंभीर ईटिंग डिस्ऑर्डर नोजिया से पीड़ित 38 महिलाओं को रोजाना थोड़ी देर के लिए बुनाई करने की सलाह दी गई. रिसर्च के दौरान वैज्ञानिकों ने पाया कि 74 प्रतिशत में नियमित बुनाई करने से उनका ईटिंग डिसऑर्डर ठीक हो गया. इसके अलावा महिलाओं में तनाव और चिंता जैसी समस्याएं भी दूर होती देखी गईं.
बुनाई करने के अन्य लाजवाब फायदे
हाथों की मांसपेशियां होती हैं मजबूत
गठिया की समस्या से जूझ रहे लोगों के लिए बुनाई करना अच्छी एक्सरसाइज है. बता दें कि बुनाई करने से हाथ और उंगलियों में लचीलापन आता है और हमारे हाथों की मसल्स टोंड रहती हैं, जिससे जोड़ों में गतिशीलता बनी रहती है, हालांकि बुनाई को ज्यादा तेज भी न करें. इसे करते हुए बीच-बीच में थोड़ा से ब्रेक भी लें.
भूलने की समस्या होगी दूर
जिन लोगों को भूलने या कमजोर याद्दाश्त की समस्या है उन्हें भी बुनाई करनी चाहिए. इससे दिमाग के मोटर फंक्शन्स बेहतर होते हैं और कंसंट्रेशन पावर बढ़ती है. इससे ब्रेन भी शार्प होता है. अगर आपको ध्यान केंद्रित करने में परेशानी होती है या एक चीज को कहीं रखकर भूल जाते हैं तो रोजाना कम से कम 20-30 मिनट बुनाई जरूर करें. जिन लोगों को पार्किंसन की बीमारी है उनके लिए भी बुनाई करना बेहद फायदेमंद हो सकता है.
हार्ट को रखता है हेल्दी
हार्वर्ड मेडिकल स्कूल के माइंड एंड बॉडी इंस्टीट्यूट में बुनाई को लेकर साल 2007 में एक रिसर्च की गई थी. इस रिसर्च के मुताबिक रोजाना बुनाई करने से आपकी हृदय गति 11 बीट प्रति मिनट तक कम होती है. यानी ऐसा करने से आप काफी ज्यादा रिलैक्स फील कर सकते हैं. वहीं इससे हमारा मूड भी अच्छा रहता है.
माइंडलेस ईटिंग होती है कम
कई लोगों को हर थोड़े-थोड़े समय में कुछ न कुछ खाने की आदत होती है. ऐसे लोग बहुत जल्दी मोटापे समेत कई भयंकर बीमारी का शिकार बन सकते हैं. इस समस्या से निपटने के लिए बुनाई एक बेहतर ऑप्शन है. बता दें कि बुनाई करने से हमारा ध्यान इसी में काफी देर तक लगा रहता है, जिससे हम फालतू चटर-पटर खाने से बच सकते हैं.
Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Hindustan इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर ले लें.
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