नई दिल्लीः संविदा और आउटसोर्सिंग कर्मचारियों के लिए अच्छी खबर है. उनकी खुद को नियमित करने की मांग पूरी होने जा रही है. इसके लिए बकायदा विधेयक का मसौदा तैयार करने का निर्देश दिया गया है, जिस मंजूरी मिलेगी. इसके बाद ये कर्मचारी नियमित हो जाएंगे. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

पंजाब में 35 हजार कर्मचारी होंगे नियमित
दरअसल, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मंगलवार को घोषणा की कि सरकारी विभागों में ग्रुप 'सी' और 'डी' के 35,000 संविदा और आउटसोर्सिंग कर्मचारियों की सेवाओं को नियमित किया जाएगा. बकौल मान, उन्होंने मुख्य सचिव अनिरुद्ध तिवारी को विधानसभा के अगले सत्र से पहले कर्मचारियों की सेवाओं को नियमित करने के लिए एक विधेयक का मसौदा तैयार करने का निर्देश दिया है.


लंबे समय से विरोध प्रदर्शन कर रहे थे कर्मचारी
उन्होंने एक वीडियो संदेश में कहा, "हम विधानसभा में मसौदा कानून को मंजूरी देंगे और अनुबंध और आउटसोर्सिंग के माध्यम से लगे कर्मचारियों को नियमित करेंगे. यह सरकार का ऐतिहासिक निर्णय होगा." मान ने कहा कि संविदा और आउटसोर्सिंग कर्मचारी नौकरी नियमित करने के लिए लंबे समय से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. उन्होंने कहा, "कोई चौक (चौराहा) या पानी की टंकी नहीं थी, जहां वे विरोध नहीं कर रहे थे."


उन्होंने कहा कि स्कूलों में शिक्षक नहीं हैं, जबकि पात्र शिक्षक नौकरियों के लिए संस्थानों के ठीक बाहर पानी की टंकियों पर चढ़कर विरोध कर रहे हैं. उन्होंने कहा, "इसके लिए किसी रोजगार सृजन की जरूरत नहीं है. हम वह भी करेंगे, लेकिन हमें पहले मौजूदा नौकरियों को भरना होगा."


इस बीच मान ने शहीद-ए-आजम भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव के शहादत दिवस 23 मार्च को महान को श्रद्धांजलि के रूप में अवकाश घोषित किया.


'शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए अवकाश किया घोषित'
कांग्रेस के गिद्दड़बाहा विधायक अमरिंदर सिंह राजा की सभी स्कूलों और कॉलेजों को अवकाश घोषित करने के बजाय सभी स्कूलों और कॉलेजों को खुला रखने की मांग के जवाब में, मान ने कहा कि छुट्टी को इन महान शहीदों को उचित श्रद्धांजलि के रूप में घोषित किया गया है.


इस दिन राज्य स्तरीय अवकाश घोषित करने के औचित्य को स्पष्ट करते हुए उन्होंने कहा कि पहले यह अवकाश केवल शहीद भगत सिंह नगर जिले के भीतर स्थानीय रूप से घोषित किया जाता था, ताकि आसपास के क्षेत्रों के लोग शहीद स्मारक पर उनके पैतृक गांव खटकर कलां में श्रद्धांजलि अर्पित कर सकें.


"अब, हमारी सरकार ने इस दिन पूरे राज्य में राजपत्रित अवकाश घोषित करने का निर्णय लिया है, ताकि राज्य भर से अधिक से अधिक लोग खटकर कलां और हुसैनीवाला दोनों में छात्रों और शिक्षकों सहित महान शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित कर सकें, क्योंकि ये शहीद पूरे देश के हैं और इसलिए इन्हें एक जगह तक सीमित नहीं रखा जा सकता है."


यह भी पढ़िएः कर्मचारियों के लिए खुशखबरी, सरकार मूल वेतन में नहीं करेगी 10% की कटौती, जानिए सैलरी में कितने रुपये बढ़ेंगे


 


Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.