नई दिल्ली: पिछले कुछ सालों के दौरान देश में इंटरनेट और ऑनलाइन बैंकिंग का चलन काफी तेजी से बढ़ा है. लगभग हर एक बैंकों में व्हाट्सऐप बैंकिंग की फैसेल्टी मिलना शुरू हो गई है. हालांकि जहां एक तरफ ऑनलाइन तरीके बैंकिंग के कई सारे फायदे हैं तो इससे कुछ नुकसान भी हैं. 


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ऑनलाइन बैंकिंग में है फ्रॉड का खतरा


ऑनलाइन बैंकिंग में सबसे बड़ा खतरा फ्रॉड से संबंधित है. पिछले कुछ सालों के दौरान ऑनलाइन या साइबर ठगी की घटनाएं काफी तेजी से बढ़ी हैं. केवल वित्त वर्ष 2022 में ही बैंकिंग फ्रॉड के आंकड़ों को देखें तो हैरान कर देने वाली हैं. RBI के मुताबिक वित्त वर्ष 2022 में बैंकिंग फ्रॉड के 9 हजार से ज्यादा मामले आएं. जबकि पिछले साल बैंकिंग फ्रॉड के 7300 मामले देखने को मिले थे.


RBI ने हेल्प के जारी किया नंबर


आए दिन बढ़ते बैंकिंग फ्रॉड के मामलों को देखते हुए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने एक नंबर जारी किया है, जिसके जरिए फ्रॉड ट्रांजेक्शन के शिकार हुए लोग सहायता ले सकेंगे. RBI के मुताबिक अगर आपके बैंक खाते से फ्रॉड ट्रांजेक्शन हुआ है, तो सबसे पहले संबंधित बैंक को सूचित करें और अधिक जानकारी के लिए 14440 मिस्ड कॉल दें. बता दें कि बीते कुछ सालों में बैंक फ्रॉड के मामलों की संख्या में इजाफा देखने को मिला है.


10 सालों में दोगुने हो गए हैं मामले


जी बिजनेस हिंदी में छपी खबर और RBI द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक वित्त वर्ष 2012 में बैंकिंग फ्रॉड के कुल आंकड़े 4000 के पास थे, जबकि वित्त वर्ष 2020 में आंकड़े दोगुने होकर 8700 के पार पहुंच गए हैं. वित्त वर्ष 2021 में में इन आंकड़ों में गिरावट देखने को मिली थी, जो कि 7359 रहीं, लेकिन वित्त वर्ष 2022 में फ्रॉड के आंकड़ों में फिर से इजाफा देखने को मिला. ऐसे में हमें सतर्क रहने की ज्यादा जरूरत है. 


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