नई दिल्ली:  पिछले कुछ समय से वैज्ञानिक सूर्य के जन्म और हमारे सोलर सिस्टम के गठन से जुड़े चमत्कारों को लेकर स्टडी कर रहे हैं. बता दें कि सौर मंडिल यानी सोलर सिस्टम मुख्य रूप से सूर्य, चट्टानी ग्रहों वाला एक इनर सोलर सिस्टम और गैस समेत बर्फ के ग्रहों वाला एक बड़ा आउटर सोलर सिस्टम से बना है, हालांकि ऐसा हमेशा से नहीं है. 


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कैसे हुआ सूर्य का निर्माण? 
'द कन्वर्सेशन' के मुताबिक हमारा सोलर सिस्टम एक घने और बड़े मॉलीक्यूलर गैस समेत डस्ट के ग्रेविटेश्नल कोलैप्स से बना है. यह मुख्य रूप से हाइड्रोजन, थोड़ा सा हीलियम और लगभग 1 फीसदी भारी तत्वों से बना है. बादल के ढहने से आधे से ज्यादा द्रव्यमान एकदम बीचों-बीच पर केंद्रित हो गया, जिससे सूर्य का निर्माण हुआ. सूरज अपने आखिरी आकार और डेंसिटी तक पहुंचने तक सिकुड़ता रहा. इसके बाद हाइड्रोजन के फ्यूजन ने सूरज के कोर को प्रज्वलित किया, जिससे यह लाइट और हीट फैलाने लगा. 


ढहते मॉलीक्यूलर बादल 
बता दें कि ज्यादा घने मॉलीक्यूलर बादल अपनी ही ग्रेविटी के कारण ढह सकते हैं, हालांकि हमारे प्रोटोसोलर नेब्युला का पतन सुपरनोवा नाम के एक विस्फोट वाले विशाल तारे की गुजरती शॉक वेव से उत्पन्न हुई गड़बड़ी के कारण हुआ था. इस तरंग ने मॉलीक्यूलर बादल को इतना संकुचित किया की वह ढहने शुरू हो गया और उसके चारों तरफ सेंटर स्टार और प्लेनेटरी डिस्क बनने लग गया. इसके बाद ग्रहों का निर्माण हुआ. ये प्लेनेटरी डिस्क गैस से संघनित हुए और इनसे निकलने वाले टुकड़े जिन्हें कैल्शियम-एल्यूमीनियम समृद्ध समावेशन (CAI) कहा जाता है, कुछ सबसे पुराने उल्कापिंडों में पाए गए. इनकी आयु 4,5673 लाख वर्ष बताई गई. इसी समय हमारा सोलर सिस्टम अस्तित्व में आया और इसने हमारे सूर्य के जन्म की आयु प्रदान की. 


धरती से कितने साल पुराना है सूर्य?
.मैग्मा महासागर के जमने का समय निर्धारित करने की कोशिश करने वाली रिसर्च सूर्य के जन्म के बाद 10-15 करोड़ साल के बीच की आयु प्रदान करते हैं. वहीं CAI के लिए पाई गई 4,5673 लाख वर्ष की आयु को अक्सर धरती की आयु के रूप में इस्तेमाल किया जाता है, हालांकि CAI के गठन के बाद धरती के निर्माण में 10 से लेकर कुछ 100 मिलियन साल लग गए, हालांकि हमने अपने सौर मंडल की आयु बेहद सटीक रूप से निर्धारित कर ली है, लेकिन फिर भी धरती की उम्र को लेकर आज भी बहस जारी है.  


Disclaimer: यहां दी गई जानकारी रिसर्च  पर आधारित है, लेकिन Zee Bharat इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


 


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