नई दिल्ली: कोरोना वायरस ने एक बार फिर देश और दुनिया की टेंशन बढ़ा दी है. इस बीच केंद्र सरकार ने राज्यों को गाइडलाइंस जारी की है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि अपने अपने क्षेत्रों में कंटेनमेंट ज़ोन की पहचान करें. स्वास्थ्य मंत्री ने सावधान किया कि 23 राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों में टेस्टिंग कम हो रही है. प्रति 10 लाख पर 100 से ज्यादा टेस्ट करने की ताकीद दी गई.


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सरकार ने की कोरोना के बढ़ते मामलों की समीक्षा
स्वास्थ्य मंत्रालय ने आज कोरोना के बढ़ते मामलों की समीक्षा की. वर्चुअल मीटिंग के जरिए पूरे देश को जोड़ा गया. इस मीटिंग सभी राज्यों के स्वास्थ्य मंत्री, प्रिंसिपल सेक्रेटरी, एडिशनल चीफ सेक्रेटरी और स्वास्थ्य राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार शामिल रही. आज भारत में कोरोना के 6 हजार से ज्यादा केस रिपोर्ट हुए और 13 लोगों की मौत हो गई. ये इस वर्ष का सर्वाधिक और पिछले 6 महीने का सबसे अधिक डाटा है.


भारत में 17 मार्च को औसतन 571 मरीज रोजाना पॉजिटिव हो रहे थे. 7 अप्रैल को 4188 लोग औसतन रोजाना पॉजिटिव हो रहे हैं. हालांकि दुनिया का रोजाना का औसत इस समय भी 88,503 है. XBB.1.16 वैरिएंट के शिकार मामलों की तादाद भी बढ़ गई है. फरवरी में ये 21.6% लोगों को संक्रमित कर रहा था। अब मार्च आते आते ये 35.8% लोगों को शिकार बना रहा है.


बुजुर्गों को प्रीकॉशन डोज लेने की सलाह
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुजुर्गों को प्रीकॉशन डोज लेने की सलाह दी है. जानकारी के मुताबिक केरल, महाराष्ट्र और दिल्ली में सबसे ज्यादा केस देखे जा रहे हैं. यहां के 10 या इससे ज्यादा जिलों में पाजिटिविटी 10% से ज्यादा है. कर्नाटक, केरल, महाराष्ट्र, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली, तमिलनाडु और हरियाणा में 5 से ज्यादा जिलों में प़ॉजिटिविटी रेट 5% से ज्यादा है. राज्यों से कहा गया है कि कोरोना का डाटा रोज अपडेट करें.


मिला कोरोना का नया वैरिएंट XBB.1.9.1
विश्व स्वास्थय संगठन ने जारी की नई रिपोर्ट के मुताबिक भारत में कोरोना एक महीने में तेजी से बढ़ा है. 6 मार्च से 2 अप्रैल 2023 के बीच यानी तकरीबन 1 महीने में में दुनिया भर में 33 लाख नए केस आए और 23 हजार लोगों की मौत हो गई. हालांकि उससे पिछले एक महीने (6 फरवरी से 5 मार्च) की तुलना में कुल मामलों में 28% की कमी और मौतों के मामले में 30% की कमी आई है. लेकिन इस कमी के बावजूद 31% यानी दुनिया के कुल 74 देश ऐसे हैं जहां पिछले एक महीने में मामलों में 20% की बढ़ोतरी हुई है. भारत भी इसमें शामिल है जहां मामले लगातार बढ़ रहे हैं.


तेजी से फैलने की क्षमता रखता है ये वैरिएंट 
कोरोना का सबसे ज्यादा असर दक्षिण एशिया में देखा गया है. यहां से 43 हजार मामले एक महीने में रिपोर्ट किए गए. पिछले महीने की तुलना में 289% की बढ़ोतरी है. औसत के मुताबिक भारत में प्रति एक लाख पर 2.5 व्यक्ति संक्रमित हो रहे हैं.  WHO के मुताबिक भारत मे एक महीने में 34 हजार 785 नए केस दर्ज हुए हैं. जो पूरे साउथ एशिया में सबसे ज्यादा है. मौतों के मामले में भी यही हाल है. पिछले एक महीने में औसतन प्रति एक लाख पर एक व्यक्ति की मौत दर्ज हुई है. एक महीने में भारत ने आधिकारिक रूप से 106 मौत दर्ज की है.


हालांकि राहत की बात ये है कि भारत में कोरोना के शिकार हो रहे मरीजों में से बहुत कम को अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत पड़ रही है. WHO के डाटा के मुताबिक यूरोपीय देशों यूक्रेन, फ्रांस और इटली में सबसे ज्यदा लोगों को अस्पताल जाना पड़ रहा है. 


कोरोना के इन वैरिएंट पर है नजर
WHO के मुताबिक पिछले एक महीने में कोरोनावायरस के कुल 65 864 अलग अलग वैरिएंट मिले हैं. फिलहाल WHO की खास नजर (VOI), XBB.1.5 वैरिएंट पर है. इसे वैरिएंट आफ इंटरस्ट (Variant of interest)  माना गया है. दुनिया में फैल रहे कुल कोरोना केस में से 47% मामलों के पीछे XBB.1.5 ही पाया गया है. ये वैरिएंट 94 देशों में फैला हुआ है.


इसके अलावा 7 वैरिएंट ऐसे हैं जिनकी मॉनिटरिंग की जा रही है..


1). BA.2.75
2). CH.1.1
3). BQ.1
4). XBF
5). XBB
6). XBB.1.16
7). XBB.1.9.1


मिला कोरोना का तेजी से फैलने वाला नया वैरिएंट
इसमें से XBB.1.9.1 नया है, जो पकड़ में आया है. ये भी XBB.1.16 की तरह ही तेजी से फैलने वाला वैरिएंट हैं. कुल मिलाकर 27 देशों से XBB.1.16 के 1497 अलग अलग सीक्वेंस मिले हैं, जबकि 68 देशों में  XBB.1.9.1 के 9644 वैरिएंट मिले हैं. यानी ये वैरिएंट भी तेजी से फैल रहा है.


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