नई दिल्ली:  कम नमक और चीनी के साथ वेज खाना, पर्याप्त आराम, थोड़ी कसरत और सोशल लाइफ मृत्यु का जोखिम 28 प्रतिशत और कैंसर का जोखिम 29 प्रतिशत कम करता है. एक नए शोध में ये पाया गया है.यूके में जो लोग भूमध्यसागरीय जीवनशैली यानि मेडिटेरेनियन लाइफस्टाइल का पालन करते हैं, उनमें सभी कारणों और कैंसर से मृत्यु दर का जोखिम कम पाया गया.


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क्या कहता है रिसर्च 
शोधकर्ताओं ने यूके बायोबैंक समूह के 110,799 सदस्यों की आदतों का विश्लेषण किया, जो इंग्लैंड, वेल्स और स्कॉटलैंड में भूमध्यसागरीय जीवन शैली (मेडलाइफ) का उपयोग करते हैं. शोध लिखने वाले प्रमुख लेखक मर्सिडीज सोतोस प्रीतो ने कहा, मैड्रिड के स्वायत्त विश्वविद्यालय (एयूएम) और हार्वर्ड टी.एच. चैन स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के अध्ययन में सुझाव है कि गैर-भूमध्यसागरीय आबादी के लिए स्थानीय रूप से उपलब्ध उत्पादों का उपयोग कर भूमध्यसागरीय आहार को अपनाना संभव है.


अध्ययन में सामने आई ये बात 
हार्वर्ड चैन स्कूल में पर्यावरणीय स्वास्थ्य के सहायक सहायक प्रोफेसर प्रीटो ने कहा, "हम जीवनशैली में परिवर्तन और स्वास्थ्य पर इसके सकारात्मक प्रभाव देख रहे हैं." अध्ययन में प्रतिभागियों की उम्र 40 से 75 वर्ष के बीच थी. उन्होंने सूचकांक द्वारा मापी गई तीन श्रेणियों के अनुसार अपनी जीवनशैली के बारे में जानकारी प्रदान की - भूमध्यसागरीय भोजन की खपत; भूमध्यसागरीय आहार संबंधी आदतें' और 'शारीरिक गतिविधि, आराम, और सोशल लाइफ'. अध्ययन में शामिल लोगों में से, 4,247 का किसी न किसी बीमारी से निधन हो गया; 2,401 कैंसर से; और 731 हृदय रोग से मारे गए. शोधकर्ताओं ने भूमध्यसागरीय लाइफस्टाइल के पालन और मृत्यु दर के जोखिम के बीच एक विपरीत संबंध देखा.


भूमध्यसागरीय लाइफस्टाइल है बेस्ट 
भूमध्यसागरीय लाइफस्टाइल का स्वतंत्र रूप से पालन सभी कारणों और कैंसर मृत्यु दर के जोखिम को कम करने से जुड़ा था. शोधकर्ताओं ने कहा, "शारीरिक गतिविधि, आराम, और सोशल लाइफ" कम जोखिम सबसे मजबूती से जुड़ा हुआ था, और इसके अलावा हृदय रोग मृत्यु दर का जोखिम भी कम था.


इनपुट-आईएएनएस


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