Weather Update: क्रिसमस पर दिल्ली-यूपी में हाड़ कंपाने वाली ठंड, उत्तर-भारत में अगले तीन दिनों तक शीतलहर
Weather Forecast: क्रिसमस के मौके पर उत्तर-भारत में हाड़ कंपाने वाली ठंड लोगों को परेशान कर रही हैं. दिसंबर का आखिरी सप्ताह चल रहा है और ठंड पाने चरम पर है. मौसम विभाग के मुताबिक, उत्तर-भारत में अगले तीन दिनों तक शीतलहर रहने वाली है.
नई दिल्ली: क्रिसमस के मौके पर उत्तर-भारत में हाड़ कंपाने वाली ठंड लोगों को परेशान कर रही हैं. दिसंबर का आखिरी सप्ताह चल रहा है और ठंड पाने चरम पर है. मौसम विभाग के मुताबिक, उत्तर-भारत में अगले तीन दिनों तक शीतलहर रहने वाली है. वहीं उत्तर प्रदेश, पंजाब और हरियाणा में अगले दो दिनों तक कोल्ड डे से लेकर गंभीर कोल्ड डे की स्थिति बनी रहेगी. साथ ही उत्तर भारत के कई इलाकों में घना कोहरा रहने की संभावना है.
आज दिल्ली में मौसम को लेकर क्या है अपडेट?
देश की राजधानी में क्रिसमस के दिन शीतलहर चलने की संभावना है. मौसम विभाग के मुताबिक, आज यानी 25 दिसंबर के दिन दिल्ली में न्यूनतम तापमान 4 डिग्री और अधिकतम तापमान 19 डिग्री रहने का अनुमान जताया है. साथ ही दिल्ली-एनसीआर में सुबह के समय आज घना कोहरा रहने की संभावना है.
यहां बनी रहेगी कोल्ड डे की स्थिति?
देश में अगले 5 दिनों तक यानी न्यू ईयर तक शीतलहर चलने की संभावना है. मौसम विभाग के मुताबिक, दिल्ली-एनसीआर के कई इलाकों अगले कई दिनों तक कोल्ड डे की स्थिति बनी रह सकती है. पश्चिमी विक्षोभ के हिमालय तक पहुंचने की उम्मीद है, इस कारण दिल्ली और यूपी के कई इलाकों में शीतलहर चलने की संभावना है.
इन इलाकों में बर्फबारी की संभावना
मौसम कार्यालय ने 26 दिसंबर तक जम्मू कश्मीर में ज्यादातर शुष्क मौसम रहने का अनुमान जताया है. इसके बाद, केंद्र शासित प्रदेश में 26-30 दिसंबर के बीच आमतौर पर बादल छाए रहने की संभावना है, साथ ही ऊंचे स्थानों पर हल्की से मध्यम बर्फबारी की संभावना है.
मौसम विभाग के कार्यालय ने कहा कि न्यूनतम तापमान में मामूली सुधार होगा, जिससे 26-31 दिसंबर तक ठंड और शुष्क मौसम से कुछ राहत मिलेगी. कश्मीर वर्तमान में ‘चिल्लई-कलां’ की चपेट में है. 40 दिनों की कड़ाके की सर्दियों की अवधि के दौरान क्षेत्र में शीत लहर रहती है और तापमान में काफी गिरावट आती है, जिससे घाटी के कई हिस्सों में जलस्त्रोतों के साथ-साथ पाइप लाइन भी जम जाती हैं.
इस अवधि के दौरान बर्फबारी की संभावना सबसे अधिक और अधिकतम होती है. अधिकांश क्षेत्रों, विशेष रूप से ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भारी बर्फबारी होती है. ‘चिल्लई-कलां’ 21 दिसंबर से शुरू होती है और 30 जनवरी को समाप्त होती है. इसके बाद भी 20 दिनों तक ‘चिल्लई-खुर्द’ (छोटी ठंड) और 10 दिनों की अवधि तक ‘चिल्लई-बच्चा’ रहता है.
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