गुस्सा खत्म कर देगी `जब वी मेट` की ये ट्रिक, रिसर्च में भी हुआ साबित
`साइंटिफ रिपोर्ट्स` में पब्लिश एक रिपोर्ट के मुताबिक जापान की `नागोया यूनिवर्सिटी` ने एंगर मैनेजमेंट को लेकर एक रिसर्च की. रिसर्च के पहले चरण में 100 छात्रों को शामिल किया गया और उनसे कई सामाजिक विषयों पर अपनी राय लिखने के लिए कहा गया.
नई दिल्ली: गुस्सा जाहिर करने का तरीका हर व्यक्ति का एक दूसरे से अलग होता है. कई लोग गुस्सा होने पर चिल्लाने लगते हैं तो कोई आंसू बहाता है. गुस्सा होना एक भावानात्मक रूप है, हालांकि कई बार ज्यादा गुस्सा करना हमारे लिए नुकसानदायक भी हो जाता है. हाल ही में सामने आई एक स्टडी में पाया गया कि अगर आप अपने गुस्से की वजह को एक पेपर में लिखकर फाड़ते हैं तो इससे आपको काफी राहत मिल सकती है.
छात्रों ने लिखी राय
'साइंटिफ रिपोर्ट्स' में पब्लिश एक रिपोर्ट के मुताबिक जापान की 'नागोया यूनिवर्सिटी' ने एंगर मैनेजमेंट को लेकर एक रिसर्च की. रिसर्च के पहले चरण में 100 छात्रों को शामिल किया गया और उनसे कई सामाजिक विषयों पर अपनी राय लिखने के लिए कहा गया. छात्रों को बताया गया कि उनकी राय का मूल्यांकन यूनिवर्सिटी का एक PHD का छात्र करेगा. बता दें कि मूल्यांकन के दौरान छात्रों ने जो भी राय दी हो उन्हें उसके मुकाबले बेहद ही कम अंक दिए गए. इतना ही नहीं छात्रों को कई अपमानजनक फीडबैक भी दिए गए. यहां तक की एक छात्र के फीडबैक में लिखा गया,' एक पढ़ा लिखा व्यक्ति इस तरह से सोच भी कैसे सकता है. उम्मीद है कि आप पढ़ाई के दौरान कुछ सीख पाएंगे.'
रिसर्च में हुआ ये खुलासा
रिसर्च के दूसरे चरण में छात्रों के 2 समहू बनाए गए और उन्हें उनके फीडबैक दिखाए गए. फीडबैक जानने के बाद छात्रों को उनकी भावनाओं को एक कागज में लिखने के लिए कहा गया. इस दौरान पहले ग्रुप को कहा गया कि वे अपनी भावनाओं को कागज में लिखकर उनके टुकड़े-टुकड़े कर दें. वहीं दूसरे ग्रुप को कहा गया कि वे अपनी भावनाओं को पेपर में लिखकर उसे किसी प्लास्टिक बॉक्स में रख दें. रिसर्च में पाया गया कि जिन छात्रों ने अपनी भावनाओं को पेपर में लिखकर उसे डब्बे में संभाल दिया उनमें गुस्से का स्तर ज्यादा था. वहीं दूसरी ओर जिन छात्रों ने इसे कागज में लिखर उसके टुकड़े-टुकड़े कर दिए थे उनमें गुस्से का स्तर कम होते-होते खत्म हो गया था.
तनाव कम करेगा यह तरीका
रिसर्च को लेकर नागोया यूनिवर्सिटी में कॉग्निटिव साइंस के प्रोफेसर और रिसर्च के प्रमुख लेखक नोबुयुकी कवाई ने कहा,' हमने उम्मीद की थी कि हमारा यह तरीका गुस्से को कुछ हद तक कम करने में मदद करेगा, लेकिन इस तरीके से गुस्से का पूरी तरह खत्म हो जाना हमें काफी हैरान कर गया.' प्रोफेसर कवाई के मुताबिक यह तरीका लोगों को तनाव से लड़ने में मदद कर सकता है.
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