नई दिल्लीः कोरोना के कारण दहशत का आलम है और आप अपने घरों में कैद हैं. जो परिवार के साथ हैं वे तब भी सुकून में हैं, जो अकेले रह गए हैं या इस गंभीर दौर में जहां थे वहीं फंस गए हैं, वे क्या करें. जाहिर है कि रामायाण-महाभारत भी दो-तीन घंटे ही देख सकते हैं, तो इतना लंबा दिन कैसे कटे.


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तो हाथ में था स्मार्ट फोन शुरू हो गई वीडियो कॉलिंग. इससे मन नहीं भरा तो ग्रुप वीडियो कॉलिंग. और फिर अधिक से अधिक लोगों संग एक साथ वीडियो कॉल के लिए धड़ाधड़ डाउनलोड हुआ Zoom.


बस यहीं खतरा बढ़ गया
लॉकडाउन के बीच ZOOM ऐप ने लोगों को अपने परिजनो, रिश्तेदार, दोस्तों से हूबहू मुखातिब होने का मौका दिया. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग प्लेटफॉर्म जूम (ZOOM)  लोगों को इतना भाया कि कुछ ही दिनों में इसकी डाउनलोड की संख्या करोड़ों में पहुंच गई. जैसे ही किसी बड़े ग्रुप के साथ वीडियो कॉलिंग की बात आती तो तुरंत ही सुझाव आते कि भाई ZOOM डाउनलोड कर. लेकिन इसी बीच सुरक्षा एजेंसियों ने आगाह करना शुरू कर दिया था कि इसमें खतरा है. 
यह विस्तृत खबर आप यहां पढ़िए.  अलर्ट! लॉकडाउन में अगर आप भी कर रहे हैं ZOOM से वीडियो कॉल तो ये खबर आपके लिए है


लोगों ने तब नहीं दिया ध्यान
सुरक्षा एजेंसियों के चेताने के बाद लोगों ने इस पर ध्यान नहीं दिया. चेतावनी थी कि इस ऐप के इस्तेमाल से यूजर साइबर फ्रॉड के शिकार हो सकते हैं. अब सामने आया है कि 5 लाख से ज्यादा Zoom अकाउंट को हैक कर लिया गया है. Zoom यूजर्स तेजी से बढ़े और अब प्राइवेसी को लेकर बड़ी समस्या आने लगी है.


ब्लीपिंग कंप्यूटर की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 5 लाख से ज्यादा Zoom अकाउंट को डार्क वेब में बेचा जा रहा है. जानकारी के मुताबिक लाखों लोगों का डेटा महज कुछ रकम में तो कई लोगों का डेटा तो फ्री में बेच दिया गया. इनमें यूजरनेम, पासवर्ड और यूजर की निजी जानकारियां लीक हो गई हैं.


इस तरह से हैक की गईं जानकारियां
Zoom यूजर्स की जानकारियां हैक करने के लिए क्रेडेंशियल स्टफिंग मेथड का इस्तेमाल किया गया है. इसमें जूम अकाउंट्स हैक हुए हैं, उनकी लॉग इन डिटेल्स का इस्तेमाल कर हैकर्स अकाउंट का ऐक्सेस ले रहे हैं. यूजर्स के ऐक्सेस के आधार पर कंपाइल लिस्ट तैयार की गई है. इसे डार्क वेब पर बेचा जा रहा है.


साइबर सिक्योरिटी इंटेलिजेंस फर्म Cyble के मुताबिक, कई जूम अकाउंट्स डीटेल्स को एक हैकर फोरम पर बेचने के लिए अपलोड किया गया है. इस फर्म ने कहा है कि ये डेटा 15 पैसे प्रति अकाउंट से कम में खरीदा गया है. हालांकि, Zoom ने अपने यूजर्स को डेटा ब्रीच की कोई जानकारी नहीं दी है.


यूजर के लिए सलाह
इतनी बड़ा संख्या में लूप होल सामने आने के बाद सबसे पहली और बड़ी सलाह तो यही है कि ZOOM  का यूज करने से बचें. इसके अलावा इसे इंस्टाल करते समय हर तरह के नोटिफिकेशन और अलॉउ डिटेल्स पर पूरी तरह नजर रखें. अगर इस ऐप को यूज कर रहे हैं तो अपना अकाउंट-पासवर्ड बदल लें और बेहद जटिल पालवर्ड बनाएं. किसी भी अननोन लिंक को ओपन न करें और इस तरह कि गतिविधियों से सावधान रहें. 


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