नई दिल्ली/इस्लामाबाद. पाकिस्तान में सिर्फ सितंबर महीने के दौरान हिंदुओं के खिलाफ दुर्व्यवहार और अत्याचार के 23 मामले दर्ज किए गए हैं. इन मामलों में अपहरण, गैंगरेप, जबरिया धर्मांतरण और मॉब लिंचिंग के मामले शामिल हैं. इन मामलों को लेकर हिंदू अधिकारों के लिए काम करने वाले कार्यकर्ता महेश वासू ने विदेश मंत्रालय को एक खत लिखा है. 


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एक्टिविस्ट ने खत लिखकर दी है जानकारी
महेश ने इस खत में पाकिस्तान के क्षेत्रीय चैलन द्वारा रिपोर्ट की गई हिंदुओं के खिलाफ हो रहे अत्याचार के मामलों की विस्तृत जानकारी दी है. महेश एक एनजीओ से जुड़े हुए हैं जो भारत में पाकिस्तान से आ रहे हिंदुओं और सिखों की मदद के लिए काम करता है. 


सितंबर महीने की घटनाओं का जिक्र
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक महेश के खत में कहा गया है कि सिर्फ सितंबर महीने के दौरान अपहरण, गैंगरेप और जबरिया धर्मांतरण के दो मामले सामने आए हैं. साथ ही बंदूक की नोक पर शादी की घटनाएं हुई हैं. दोनों घटनाओं में पीड़ित महिलाएं शादीशुदा हैं. 


खत में जानकारी दी गई है कि कम से कम 9 ऐसे मामले सामने आए हैं जहां हिंदू पीड़ितों के मृत शरीर या तो पेड़ टंगे मिले या फिर किसी कुएं में मिले. 


औसतन हर दिन 3 घटनाएं
एक्टिविस्ट का कहना है कि औसतन पाकिस्तान में हर दिन 3 हिंदू नाबालिग लड़कियों का अपहरण के बाद गैंग रेप होता है. टॉर्चर के बाद जबरिया इनका धर्म परिवर्तन कराया जाता है और फिर अपने अपने अपहरणकर्ता से ही शादी के लिए मजबूर किया जाता है. 


202 मृतकों के शरीर पर टॉर्चर के निशान
महेश ने आईजी सिंध पुलिस के हवाले से जिक्र किया है कि बीते साल तीन जिलों में 202 मृतकों के शरीर पर टॉर्चर के निशान मिले हैं. ये घटनाएं सिंध प्रांत में हुई हैं जहां हिंदुओं की संख्या अच्छी-खासी है.


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