नई दिल्ली. बस एक कदम गलत उठा राहे हयात में..मन्जिल तमाम उम्र हमें ढूंढती रही !! चीन के अलीबाबा के साथ यही हुआ. अपने को लेकर गलतफहमी रखने वालों के साथ प्रायः यही होता है. अपनी ऊंचाई को लेकर गलतफहमी के शिकार थे जैक मा.


एक शब्द की कीमत ढाई लाख करोड़


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 जैक मा की ऊंचाई तो देखिये कि उसके एक शब्द की कीमत ढाई लाख करोड़ रुपये है. शायद उनको ये बात पता नहीं थी इसलिये आदतन उनसे गलती हो गई और एक शब्द मुह से ऐसा निकल गया कि ढाई लाख करोड़ की लग गई चीन के अलीबाबा को.


एक शब्द से रुक गया आईपीओ


जैक मा ने बस के कहे एक शब्द ने दुनिया के सबसे बड़े आईपीओ एंट को रोक दिया. चीनी ब्रोकरेज हाउस ने मलहमपट्टी करते हुए कहा कि हमारे जैक मा के शब्दों में थोड़ा तीखापन तो था किन्तु जो पानशॉप शब्द उन्होंने कहा वह कदापि आधारहीन नहीं था. फिर सिर्फ  मा को निशाने पर ले कर उनके खिलाफ ये कदम क्यों उठाया जा रहा है जबकि हाल के वर्षों में पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना के ब्यूरोक्रेट भी इसी तरह के शब्दों का प्रयोग करते आए हैं.


''चीनी बैंक पॉन शॉप की तरह है '' 


चीन के सबसे अमीर बिजनेस मैन जैक मा ने शंघाई में एक हाई प्रोफ़ाइल फाइनेंशियल प्लेटफॉर्म पर चीन के बैंकिंग सिस्टम पर विवादास्पद बात कह दी. उन्होंने अपने भाषण में वैश्विक बैंकिंग बेसल समझौते को "पुराने पीपुल्स क्लब" कहने के अलावा ये भी कह दिया कि चीनी बैंक पॉन शॉप्स (गिरवी या बंधक की दुकान) की तरह हैं, जहां जमानत और गारंटी बड़ी मुश्किल से मिलती हैं.


तुरंत मिल गई सजा


अगले ही दिन बीजिंग के टॉप फाइनेंशियल रेगुलेटर ने उन्हें बुलाया और डांट फटकार लगाई. शंघाई स्टॉक एक्सचेंज ने रेगुलेटर के बदलावों का हवाला देते हुए अपने स्टार बोर्ड पर एंट की लिस्टिंग को सस्पेंड कर दिया. बदले में ये हुआ कि न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेन्ज में अलीबाबा के शेयर औंधे मुह गिर पड़े और कुल मिला कर लग गई ढाई लाख करोड़ की चपत.