Pentagon Warns India over China Pakistan Conspiracy: एशिया महाद्वीप में भारत और चीन दो सबसे बड़ी उपमहाद्वीप देश हैं जिनके बीच अक्सर अपना दबदबा स्थापित करने के लिये अलग-अलग स्तर पर टकराव देखने को मिलता है. भारत के साथ सीमा से सटे होने के कारण दोनों देशों के बीच सीमा विवाद भी देखने को मिलता है जिसका बड़ा उदाहरण गलवान में हुई घटना है, जिसमें दोनों देशों के सैनिकों के बीच झड़प हुई और इस तरह का युद्ध देखने को मिला जिसमें सिर्फ बंदूक के साथ बारूद वाले हथियारों का ही प्रयोग नहीं हुआ.


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इस दौरान बहुत सारे भारतीय और चीनी सैनिक घायल हुए तो कई शहीद भी हुए. इस बीच अमेरिकी डिफेंस एजेंसी पेंटागन ने एक रिपोर्ट जारी की है जिसमें उसने भारत और चीन के रिश्तों पर डिटेल्ड जानकारी दी है. इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद गलवान में हुई घटना सोची समझी साजिश लग रही है. अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन की ओर से जारी की गई इस रिपोर्ट में चीन की ओर से लद्दाख स्थित बॉर्डर हो रहे इन्फ्रास्ट्रक्चर पर चिंता जताई गई है.


इतना ही नहीं अमेरिकी रिपोर्ट में दावा किया गया है कि चीन पाकिस्तान के साथ मिलकर सेना की मौजूदगी बढ़ाने पर भी काम कर रहा है. पेंटागन ने चीन के परमाणु जखीरे पर भी चिंता व्यक्त की है और दावा किया है कि फिलहाल 400 एटमी हथियार वाला चीन लगातार अपने जखीरे को बढ़ा रहा है और साल 2035 तक करीब 1,500 एटम बम वाला देश बन जाएगा. पेंटागन की ओर से जारी की इस रिपोर्ट के बाद भारतीय पक्ष की टेंशन बढ़ना लाजमी है.


चीन के जखीरे पर क्या बोला पेंटागन


पेंटागन की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि चीन अपने देश में बने लड़ाकू जेट इंजन पर भरोसा जता रहा है और अगली पीढ़ी की क्षमता वाले हथियारों का जखीरा खड़ा कर रहा है. चीन ने अपने देश में एक बड़ा डिफेंस इंडस्ट्री कॉम्प्लेक्स तैयार किया है. इसको लेकर चीन पहले से कहीं बड़े स्तर पर लॉन्ग डिस्टेंस मिसाइलें, सामरिक बॉम्बर्स और पनडुब्बियों को बढ़ा रहा है. परमाणु हथियारों के मामले में भी चीन का नंबर रूस और अमेरिका के बाद आता है, जिसके पास 3,750 सक्रिय परमाणु हथियार हैं.


रिपोर्ट में भारत-चीन कंट्रोल रेखा पर हुए विवाद का जिक्र करते हुए कहा गया कि जल्द ही वहां पर चीनी सैनिकों की तैनाती देखने को मिल सकती है. चीन चाहता है कि भारत और अमेरिका के रिश्तों में कड़वाहट आ जाए. उसने बॉर्डर पर हुए विवाद पर गंभीरता नहीं दिखाई और वो चाहता नहीं है कि सीमा पर स्थिरता आये.


चीन और पाकिस्तान की साठगांठ


रिपोर्ट के अनुसार जिबूती में चीन ने पीएलए का एक सपोर्ट बेस तैयार किया है ताकि युद्ध के दौरान हर सुविधा आसानी से पहुंचाई जा सके. इतना ही नहीं चीन पाकिस्तान के साथ मिलकर साजिश कर रहा है और पाकिस्तान को हथियारों से लैस ड्रोन के साथ कई तरह के आधुनिक हथियार दे रहा है. इतना ही नहीं उसने पाकिस्तान को नई जेनरेशन की सबमरीन देने के लिए भी डील की है और स्ट्रैटिजिक सपोर्ट फोर्स फसिलिटी के रूप में पाकिस्तान, श्रीलंका और म्यांमार में अपना बेस तैयार करने की कोशिश कर रहा है.


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