BRI प्रोजेक्ट: चीन परेशान- म्यांमार क्यों नहीं ले रहा दिलचस्पी?
चीन को उम्मीद थी कि उसके महात्वाकांक्षी BRI प्रोजेक्ट पर म्यांमार दिलचस्पी दिखायेगा और चीन की तीन सदस्यीय अंतर्राष्ट्रीय गैंग का हिस्सा बन जाएगा लेकिन ऐसा हो न सका..
नई दिल्ली. चीन के लिए बहुत अहम बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (BRI) प्रोजेक्ट पर म्यांमार की बेरुखी बहुत अखर रही है चीन को. चीन के बार बार मनाने और समझाने के बावजूद म्यांमार ने न साफ़-साफ़ ना की है न हां की है. यह अजीब सी स्थिति चीन को जितना हैरान कर रही है, उसको उतना ही परेशान भी कर रही है क्योंकि प्रोजेक्ट आगे बढ़ नहीं पा रहा है..
चीन ने कहा- जल्दी कीजिये
BRI प्रोजेक्ट पर म्यांमार की अजीबोगरीब खामोशी चीन को समझ नहीं आ रही है. यद्यपि इसका सीधा अर्थ म्यांमार की ना है किन्तु चीन चाहता है कि म्यांमार सीधे-सीधे इंकार करे. म्यांमार की बेरुखी ही उसका जवाब है पर वो जवाब चीन को समझ नहीं आ रहा है और उसे अभी भी उम्मीद है कि म्यांमार हां कर देगा. इस उम्मीद से चीन कम्युनिस्ट पार्टी के पोलित ब्यूरो के सदस्य ने म्यांमार से BRI प्रोजेक्ट को लेकर अपनी स्वीकृति देने में तेजी दिखाने का आग्रह किया है.
विस्तारवाद के साथ नहीं है म्यांमार
म्यांमार को साफ़ समझ में आ रहा है कि यह प्रोजेक्ट चीन की विस्तारवादी नीति से जुड़ा हुआ है. म्यांमार इसमें शामिल होने से इसलिए कतरा रहा है क्योंकि उसे पता है कि सारी दुनिया विस्तारवाद के विरोध में खड़ी है. इस कारण म्यांमार चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग की महत्वाकांक्षी BRI प्रोजेक्ट के कार्यान्वयन में रूचि नहीं दिखा रहा है, जिससे चीन के अधिकारी परेशान हैं.
म्यांमार जा कर की बात
प्राप्त जानकारी के अनुसार चीन की सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी के पोलित ब्यूरो के सदस्य यांग जीची ने अपनी यूरोप यात्रा के मार्ग में कुछ समय के लिए म्यांमार की राजधानी में रुक कर इस सिलसिले में बात भी की. यांग जीची कम्युनिस्ट पार्टी के विदेश मामलों के विभाग के निदेशक भी हैं. जीची ने म्यांमार के अधिकारियों से साफ़-साफ़ कहा कि बीआरआइ प्रोजेक्ट को लेकर अपनी स्वीकृति में देर न करें.
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