अमेरिका में चीनी दूतावास बंद करने के फैसले से बिफरा चीन
अमेरिका चीन के साथ दुश्मनी पूरी शिद्द्त से निभा रहा है. एक एक करके चीन को अमेरिका से बाहर करने की डोनाल्ड ट्रम्प की कार्रवाई लगातार जारी है..
नई दिल्ली. चीन हर बार कहता है कि अमेरिका ने अगर ये किया तो चीन कार्रवाई करेगा. लेकिन चीन की कोई कार्रवाई अब तक सामने नहीं आई है. अब जब अमेरिका ने बिलकुल सही वक्त पर चीनी दूतावास को अमेरिका में बंद करने का फैसला किया है तो चीन को फिर बुरा लगा है और चीन ने फिर कहा है कि अगर ऐसा किया गया तो वह कार्रवाई करेगा.
हूस्टन में बंद होगा चीनी दूतावास
अमेरिका ने फिर चीन की जान जलाने वाला कदम उठाया है. अमेरिका ने घोषणा की है कि अब हूस्टन स्थित चीनी दूतावास बंद किया जाएगा. इस कदम की कैफियत देते हुए कहा गया है कि अमेरिका में चीनी दूतावास को बंद करने के निर्णय के पीछे अमेरिकियों की बौद्धिक संपदा और निजी जानकारी को सुरक्षित रखने का अमेरिका का मंतव्य है.
''टकराव बढ़ा रहा है अमेरिका''
दूतावास बंद करने के अमेरिकी फैसले पर चीन ने कहा है कि अमेरिका का यह फैसला अभूतपूर्व ढंग से टकराव बढ़ाने वाला. चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने ये भी कहा कि अमेरिका स्थित चीनी दूतावास के चीनी राजनयिकों को लगातार धमकियां भरे फोन कॉल मिल रहे थे.
''कार्रवाई वापस लें वरना कार्रवाई होगी''
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने चीन सरकार का संदेश देते हुए कहा कि चीन की मांग है कि अमेरिका अपनी इस कारर्वाई को वापस ले. यदि अमेरिका ने ऐसा नहीं किया तो उसे चीनी कार्रवाई के लिए भी तैयार हो जाना चाहिए.
''अमेरिका ने दुर्व्यवहार किया''
वांग ने आरोप लगाया कि अमेरिका ने एक माह पूर्व अमेरिका में चीनी राजदूतों पर अकारण ही कई किस्मों की पाबंदियां लगाईं. यहां तक कि उनके उनके मेल और आधिकारिक संदेश भी जब्त कर लिए गए. प्रवक्ता ने कहा कि अमेरिका जानबूझकर नफरत फैलाने वाले कदम उठा रहा है जो ठीक नहीं है.