Sudan: हर सातवां बच्चा है भुखमरी का शिकार, 90% आबादी को स्कूली शिक्षा नहीं
`युनाइटेड नेशंस` के मुताबिक सूडान में 8.6 मिलियन से ज्यादा लोग अपना घर छोड़ने को मजबूर हैं. इस देश में 25 मिलियन लोगों को मानवीय सहायता की सख्त जरूरत है. वहीं यहां पर 18 मिलियन लोग भुखमरी से गुजर रहे हैं
नई दिल्ली: Sudan Violence: अफ्रीकी देश सूडान इन दिनों बेहद दयनीय अवस्था से गुजर रहा है. इस देश में छिड़े गृहयुद्ध ने वहां की आम जनता के लिए जीना दूभर कर दिया है. हालत ये हैं कि युद्ध से बचने के लिए सूडान के लोग दूसरे देशों में भागने के लिए मजबूर हैं. ' स्काई न्यूज' की एक रिपोर्ट के मुताबिक सूडान दुनिया की सबसे बड़ी विस्थापित आबादी है. वहीं यहां के बच्चे भी दुनिया की सबसे बड़ी विस्थापित आबादी बन चुके हैं.
भुखमरी से गुजर रहे 18 मिलियन लोग
'युनाइटेड नेशंस' के मुताबिक सूडान में 8.6 मिलियन से ज्यादा लोग अपना घर छोड़ने को मजबूर हैं. इस देश में 25 मिलियन लोगों को मानवीय सहायता की सख्त जरूरत है. वहीं यहां पर 18 मिलियन लोग भुखमरी से गुजर रहे हैं, जिनमें 5 मिलियन लोग इमरजेंसी लेवल पर है. 'UN' के मुताबिक सूडान में 3.5 मिलियन 5 साल से कम उम्र के बच्चों में हर सातवां बच्चा गंभीर रूप से कुपोषण से पीड़ित हैं. यहां का मृत्यु दर भी बेहद भयानक है.
अबतक इतने लोगों की हुई मौत
'UN'के मुताबिक सूडान में पिछले साल यानी 2023 से सूडानी सशस्त्र बलों ( SAF) और अर्धसैनिक सपोर्ट फोर्स ( RSF) के बीच छिड़ी जंग में अबतक 14,790 लोगों की मौत हुई है, हालांकि 'UN सिक्योरिटी काउंसिल' को दी गई एक रिपोर्ट में इंडिपेंडेट एक्सपर्ट्स ने दावा किया है कि इस युद्ध में अबतक 10,000-15,000 लोगों को जान गंवानी पड़ी है. ' WHO'के मुताबिक सूडान के संघर्ष प्रभावित राज्यों में लगभग 70 प्रतिशत स्वास्थय सुविधाएं आंशिक रूप से ही फंक्शनल है. बता दें कि दिसंबर 2023 तक 'WHO'ने हेल्थ केयर पर 60 हमलों की पुष्टि की, जिनमें कम से कम 34 लोगों को जान गंवानी पड़ी.
प्रभावित हो रही शिक्षा
'UNICEF'की एक रिपोर्ट के मुताबिक सूडान में चल रहे गृहयुद्ध का असर वहां के बच्चों की पढ़ाई में भी काफी देखने को मिल रहा है. रिपोर्ट के मुताबिक देश के 19 मिलियन स्कूली उम्र के बच्चों में से 90 फीसदी से ज्यादा बच्चों के पास औपचारिक रूप से शिक्षा की पहुंच नहीं है. इससे सूडान के लिए भविष्य में सबसे बड़ा संकट पैदा हो सकता है. 'UNICEF'के डेप्यूटी एग्जेक्यूटिव डायरेक्टर टेड चाइबन के मुताबिक सूडान में कुपोषण से ग्रसित आधे से ज्यादा बच्चे युद्ध वाले क्षेत्र से हैं, जहां पर पहुंच पाना बेहद मुश्किल है. उनके मुताबिक भुखमरी और कुपोषण यहां के बच्चों को बीमारी और मौत की तरफ धकेल रही है.
Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.