नई दिल्लीः विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि महामारी और जलवायु से जुड़ी घटनाओं के कारण वैश्वीकरण के वर्तमान मॉडल पर पड़ने वाले प्रभावों के बीच भारत और अमेरिका के बीच मजबूत गठजोड़ की अधिक संभावनाएं हैं और वे नैसर्गिक रूप से एक-दूसरे के पूरक भी हैं. 


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'क्षेत्रीय व वैश्विक घटनाक्रम को आकार प्रदान कर रहे भारत-अमेरिका'
अमेरिका-भारत कारोबारी परिषद की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एस जयशंकर ने कहा कि एक-दूसरे के साथ राजनीतिक सहजता के कारण भारत और अमेरिका क्वाड और आई2यू2 जैसे गठजोड़ के माध्यम से क्षेत्रीय एवं वैश्विक घटनाक्रम को आकार प्रदान कर रहे हैं. 


आज का भारत आत्मनिर्भर हैः जयशंकर
उन्होंने कहा, ‘आज का भारत आत्मनिर्भर है. आज भारत अपनी क्षमता बढ़ाना चाहता है, आपूर्ति शृंखला को मजबूत बनाना तथा नवाचार करने वाली प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करना चाहता है.’ 


'भारत अधिक निर्यात करना चाहता है'
जयशंकर ने कहा कि भारत अधिक निर्यात करना, नई-नई खोज और गठजोड़ करना चाहता है. विदेश मंत्री ने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि बढ़ती घनिष्ठता और संपर्क के साथ नैसर्गिक रूप से एक-दूसरे के पूरक भारत और अमेरिका अपने लोगों के फायदे के लिए काम करेंगे.


जानिए क्या है क्वाड
यहां पर बता दें कि क्वाड चार देशों का समूह है, जिनमें भारत, अ‍मेरिका, जापान और ऑस्‍ट्रेलिया शामिल हैं. QUAD का मतलब है क्वाडिलैटरल सिक्योरिटी डॉयलॉग. चीन इस समूह का विरोधी रहा है.   


आई2यू2 क्या है जानिए
आई2यू2 में चार देश हैं. इंडिया और इजराइल के लिए I और अमेरिका और संयुक्त अरब अमीरात के लिए U है. आई2यू2 समूह की संकल्पना 18 अक्टूबर 2021 को चार देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक में पेश की गई थी. 


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