क्या थम जाएंगे सड़कों पर गाड़ियों के पहिए, जानें किस तरह की सकंट से घिरने वाला है पाकिस्तान
एक वरिष्ठ अधिकारी ने अखबार को बताया कि पाकिस्तान स्टेट ऑयल (पीएसओ) और पाक-अरब रिफाइनरी लिमिटेड को छोड़कर अन्य सभी तेल विपणन कंपनियां और रिफाइनरी पेट्रोलियम उत्पादों तथा कच्चे तेल के आयात के लिए समस्याओं का सामना कर रही हैं.
इस्लामाबादः नकदी संकट से जूझ रहे पाकिस्तान को तेल क्षेत्र में आपूर्ति संकट का सामना करना पड़ सकता है. क्योंकि उद्योग को कच्चे सामान और तेल उत्पादों के आयात के लिए अंतरराष्ट्रीय ऋण जुटाने में परेशानी आ रही है. अखबार डॉन न्यूज ने अपने सूत्रों के हवाले से बताया कि पेट्रोलियम विभाग ने प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ और वित्त मंत्री मिफ्ताह इस्माइल को सूचित किया है.
तेल आयात हो रहा है मुश्किल
वित्त मंत्री ने कहा कि तेल आयात का बंदोबस्त करना दिन-ब-दिन मुश्किल हो रहा है. उन्होंने बताया है कि तेल विपणन कंपनियों और रिफाइनरी द्वारा स्थानीय बैंकों के साथ खोले गए साख पत्रों (एलसी) पर विदेशी बैंक कर्ज नहीं दे रहे.
एक वरिष्ठ अधिकारी ने अखबार को बताया कि पाकिस्तान स्टेट ऑयल (पीएसओ) और पाक-अरब रिफाइनरी लिमिटेड को छोड़कर अन्य सभी तेल विपणन कंपनियां और रिफाइनरी पेट्रोलियम उत्पादों तथा कच्चे तेल के आयात के लिए समस्याओं का सामना कर रही हैं.
छह से सात कार्गो रूके पड़े हैं
अखबार के मुताबिक संबंधित मंत्रालयों द्वारा वित्तीय स्थिति और विदेशी मुद्रा विनिमय के बारे में दिए गए बयानों के कारण 5-7.5 करोड़ डॉलर के छह से सात कार्गो रूके पड़े हैं. सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तानी बैंक तेल उद्योग की तरफ से एलसी खोल रहे हैं लेकिन उनके साझेदार बैंक कर्ज नहीं दे रहे.
बता दें कि पाकिस्तान में इमरान खान की सरकार जाने के बाद वहां राजनीतिक सरगर्मियां तेज है. ऐसे माहौल में जनता भी वहां काफी परेशान नजर आ रही है. महंगाई दिनों दिन बढ़ती जा रही है और विदेश मुद्रा भंडार लगातार कम हो रहे हैं. ऐसे में जनता के बीच वहां लगातार असंतोष की भावना बढ़ती दिखाई दे रही है.
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