फ्रांस के राष्ट्रीय ध्वज को बताया `शैतान`, 12 घंटे के अंदर सरकार ने इमाम को किया देश से बाहर
फ्रांस के आंतरिक मंत्री गेराल्ड डर्मैनिन ने `X` पर एक जानकारी साझा करते हुए लिखा,` कट्टरपंथी इमाम महजौब महजौबी को उनकी गिरफ्तारी के 12 घंटे से भी कम समय में फ्रांस से निष्कासित कर दिया गया है.
नई दिल्ली: ट्यूनेशिया के एक मुस्लिम धर्मगुरु इमाम महजौब महजौबी ने हाल ही में फ्रांस के झंडे को लेकर एक विवादित टिप्पणी की. इस टिप्पणी के बाद से फ्रांस ने उनपर कड़ा एक्शन लेते हुए धर्मगुरू को देश से निष्कासित कर दिया है. 'MSN'की रिपोर्ट के मुताबिक इमाम ने फ्रांस के झंडे को 'शैतान' कहा था.
इमाम को किया निष्कासित
फ्रांस के आंतरिक मंत्री गेराल्ड डर्मैनिन ने 'X' पर एक जानकारी साझा करते हुए लिखा,' कट्टरपंथी इमाम महजौब महजौबी को उनकी गिरफ्तारी के 12 घंटे से भी कम समय में फ्रांस से निष्कासित कर दिया गया है. यह इस बात का प्रदर्शन है कि इमेग्रेशन लॉ फ्रांस को मजबूत बनाता है. हम कुछ भी नहीं जाने देंगे.'
फ्रांस में रहने का परमिट हुई रद्द
52 साल के इमाम महजौब महजौबी को गुरुवार ( 22फरवरी 2024) को गिरफ्तार कर उसके देश ट्यूनीशिया भेज दिया गया. वह 1980 के दशक से फ्रांस में रह रहे थे. वह फ्रांस के एक शहर बैगनॉल्स-सुर-सीज स्थित एटाउबा मस्जिद में इमाम थे. उनके 5 बच्चों के पास फ्रांस की नागरिकता है. वहीं उसके पास फ्रांस में रहने का परमिट भी था. फ्रांस के आंतरिक मंत्री गेराल्ड डर्मैनिन ने उनका परमिट रद्द कर दिया है.
इमाम ने किया अपना बचाव
इमाम महजौब महजौबी ने अपने बचाव में कहा है कि उनके बयानों को गलत तरीके से तोड़ा मरोड़ा गया है. उनका कहना है कि उनका इरादा कभी भी फ्रांस के झंडे का अपमान करना नहीं था. वहीं उनके वकील ने भी इमाम के फ्रांस से निष्कासित करने के फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण बताया. उन्होंने फ्रांस सरकार के इस फैसले को चुनौती देने की घोषणा की है.
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