नई दिल्लीः रूस की राजधानी मास्को में शुक्रवार को घातक आतंकवादी हमला हुआ. इसके बाद फ्रांस सरकार ने देश के सामने आने वाले संभावित खतरे से निपटने के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा चेतावनी प्रणाली विजिपिरेट को उच्चतम स्तर तक बढ़ाने का फैसला किया है.


सुरक्षा बैठक में लिए गए अहम फैसले


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फ्रांस के प्रधानमंत्री गेब्रियल अटल ने अपने एक्स अकाउंट पर कहा, 'फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने मास्को में हमले के मद्देनजर रविवार रात एलिसी पैलेस में एक रक्षा और सुरक्षा बैठक बुलाई. आईएसआईएस के कथित हमले और देश पर मंडरा रहे आतंकी हमलों के खतरे के मद्देनजर, हमने आतंकवाद विरोधी सुरक्षा चेतावनी स्तर को उच्चतम स्तर तक बढ़ाने का फैसला किया है.'


मास्को हमले में 137 लोग मारे गए थे


बता दें कि बीते शुक्रवार को मास्को के एक कॉन्सर्ट हॉल में हुए आतंकवादी हमले में कम से कम 137 लोग मारे गए. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शनिवार को टेलीविजन पर राष्ट्रीय संबोधन में 24 मार्च को राष्ट्रीय शोक दिवस की घोषणा की थी. रूस में रविवार को राष्ट्रीय शोक मनाया गया.


अब भी अपनों की तलाश में जुटे हैं लोग


हमले के बाद अब भी लापता लोगों के परिवार और दोस्त अपने प्रियजनों के बारे में जानकारी पाने का इंतजार कर रहे हैं. रूस की सरकारी समाचार एजेंसी ‘आरआईए नोवोस्ती’ के अनुसार, सांस्कृतिक संस्थानों में कार्यक्रम रद्द कर दिए गए, झंडे आधे झुकाए गए और टेलीविजन पर मनोरंजन और विज्ञापन निलंबित कर दिए गए. घटनास्थल के पास एक अस्थायी स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित करने वाले लोगों की भारी भीड़ जुटी. 


वहीं कुछ परिवारों को अभी भी नहीं पता चल सका है कि शुक्रवार को कॉन्सर्ट हॉल के कार्यक्रम में गए उनके रिश्तेदार जीवित हैं या नहीं. इगोर पोगाडेव ने बताया, ‘मैं हर तरफ घूमा, पत्नी को खोजा, मैंने सभी से पूछा, मैंने तस्वीरें दिखाईं. कोई कुछ नहीं बता सका.’


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