नई दिल्लीः जहां पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान दुनिया को आश्वस्त कर रहे हैं कि अपराधियों को सजा दी जाएगी, वहीं उनके रक्षा मंत्री परवेज खट्टक श्रीलंकाई प्रबंधक प्रियंता कुमारा की हत्या को जायज ठहरा रहे हैं, जिनकी शुक्रवार को सियालकोट में एक उन्मादी भीड़ ने बेरहमी से हत्या कर दी थी. 


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इमरान खान के शीर्ष मंत्री खट्टक ने लिंचिंग को सही ठहराते हुए कहा कि यह 'गुस्साए नौजवानों का काम था जो धार्मिक भावनाओं से बह गए थे'.


'धर्म पर मैं भी गलत कर सकता हूं'
खट्टक ने मीडिया से कहा, "जब धर्म की बात आती है तो मैं भी उत्तेजित हो सकता हूं और गलत कर सकता हूं." उन्होंने कहा, "सरकार को दोष देने के बजाय यह मीडिया की जिम्मेदारी है कि वह लोगों को ये समझाए." खट्टक ने कहा कि जुनून में लड़के ऐसी चीजें करते हैं, जिसका मतलब यह नहीं है कि चीजें खराब हैं.


इमरान ने श्रीलंकाई राष्ट्रपति को दिया था न्याय का आश्वासन
पाकिस्तानी रक्षा मंत्री का बयान प्रधानमंत्री इमरान खान की तरफ से रविवार को श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे को अवगत कराने के बाद आया था कि यह क्रूर कार्य 'हमारे देश का गुस्सा और शर्म' था. उन्होंने राजपक्षे को आश्वासन दिया था कि 'न्याय किया जाएगा'.


खान ने ट्वीट किया था, "आज संयुक्त अरब अमीरात में श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे से बात की और सियालकोट में प्रियंता कुमारा की हत्या पर श्रीलंका के लोगों को हमारे देश के गुस्से और शर्म से अवगत कराया."


'श्रीलंका ने हमें आंखें दी पर हमने विजन खो दिया'
पाकिस्तान श्रीलंका से नेत्रदान का सबसे बड़ा प्राप्तकर्ता है, 1967 से कम से कम 35,000 कॉर्निया प्राप्त करने के बाद पाकिस्तान के एक प्रमुख नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. नियाज ब्रोही ने समा न्यूज को बताया, "श्रीलंकाइयों ने हमें 35,000 आंखें दान कीं, लेकिन हमने विजन खो दिया."


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