नई दिल्ली.  चीन के इस पड़ौसी देश का नाम है कजाकिस्तान. दोनो देशों की सीमायें मिलती हैं इसीलिये चिन्ता सिर्फ इस बात का है कि चीन का पड़ौसी देश होने के कारण कोई नया चीनी वायरस तो चीन ने यहां नहीं फैला दिया है. इस आशंका को बल इस तथ्य से भी मिलता है कि भारत से नैतिक रूप से पराजित चीन साउथ चाइना सी में अपने शत्रुओं से घिरा हुआ है और ऐसे में वह जैविक हथियारों के इस्तेमाल से पहले इसी तरह अपने पड़ौसियों पर उनका परीक्षण कर सकता है.


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अज्ञात निमोनिया बनी है विकराल आपदा 


कजाकिस्तान में अचानक फैल गई है यह नई आपदा जो जानलेवा बताई जा रही है. अज्ञात निमोनिया बन कर फैली यह आपदा पूरे कजाकिस्तान में चिन्ता का विषय बन गई है. कजाकिस्तान  की सरकार इससे निपटने के सभी तरह के प्रयासों में जुट गई है.


चीन ने किया नागरिकों को एलर्ट


हैरानी की बात ये है कि ये नई आपदा चीन के उस पार उसके पड़ौसी देश कजाकिस्तान में आई है और उसका एलर्ट इधर चीन की सीमा के भीतर चीन सरकार द्वारा जारी किया गया है. ;चीन सरकार ने अपने नागरिकों को सावधान कर दिया है जिसे देख कर यह आशंका भी पैदा हो रही है कि कहीं इसके प्रसार में चीन का छुपा हुआ जहरीला हाथ तो नहीं है?


झिंजियांग उइघुर स्वायत्त क्षेत्र में फैली है बीमारी


यह अज्ञात निमोनिया जैसी लगने वाली बीमारी कजाकिस्तान उत्तर-पश्चिम चीन के झिंजियांग उइघुर स्वायत्त क्षेत्र की सीमावर्ती इलाके में फैली है  और हैरानी की बात ये भी है कि इस अज्ञात निमोनिया जैसी बीमारी के बारे में जानकारी भी चीनी दूतावास द्वारा दी जा रही है.


वीचैट पर बताया दूतावास ने


चीनी दूतावा ने अपने वीचैट मंच पर एक बयान जारी करके बताया कि कजाकिस्तान में एक बीमारी फैल गई है जो अज्ञात निमोनिया जैसी है. इस तरह की एक बीमारी ने इस साल के छह माहों में पौने दो हजार लोगों की जान ली है. दूतावास की जानकारी के अनुसार सिर्फ जून माह में ही सवा छः सौ लोगों की जान गई है जिनमें चीनी लोग भी शामिल हैं.


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