नई दिल्ली.   इशिबा या कोई और? अभी जापान के भावी प्रधानमन्त्री पद के साथ किसी भी जापानी राजनेता का नाम निश्चित तौर पर नहीं कहा जा सकता. परंतु यह भी सच है कि जापान का प्रधानमंत्री चुने जाने से पहले प्रधानमन्त्री पद के दावेदार को सत्तारूढ़ पार्टी एलडीपी का अध्यक्ष बनना होगा.


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 इगेरू इशिबा चल रहे हैं आगे


शिन्जो आबे द्वारा रिक्त किये गये प्रधानमन्त्री पद के लिये जापान के सात बड़े नेताओं के नाम भावी प्रधानमंत्री के तौर पर सामने आ रहे हैं जिनमें भी पूर्व रक्षा मंत्री इगेरू इशिबा का नाम सबसे आगे चल रहा है. जापान का यह बासठ वर्षीय वरिष्ठ नेता प्रधानमंत्री एबी शिंजो के आलोचक रहा है किन्तु मीडिया इशिबा को जन-सर्वेक्षण में सबसे आगे बता रहा है.  


आबे ने स्वास्थ्य कारणों से छोड़ा पद 


पूर्व प्रधानमन्त्री शिन्जो आबे दुनिया के उन कुछ चुने हुए राजनेताओं में से एक थे जो कि वैश्विक तौर पर एक सशक्त राजनेता के रूप में भी जाने जाते थे. पर अचानक कुछ हुआ और शिन्जो आबे ने राजनीतिक जीवन से सन्यास ले लिया. शिन्जो आबे जापान के न केवल सबसे लोकप्रिय राजनेता थे, बल्कि वे जापान के सबसे लंबे समय तक पदस्थ प्रधानमंत्री के तौर पर भी मामने आये हैं. 


ट्रम्प ने कहा- महान मित्र थे शिंजो 


अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने शिंजो आबे को अपना महान मित्र करार दिया है. पूर्व जापानी प्रधानमंत्री शिंजो आबे के लिए व्हाइट हाउस द्वारा जारी किये बयान के माध्यम से उन्होंने कहा कि ''शिंजो आबे मेरे महान मित्र थे. मैं उनके स्वास्थ्य को लेकर चिंतित हूँ. मुझे दुःख है कि उन्हें स्वास्थ्य कारणों से अपना पद छोड़ना पड़ा.'' 


एलडीपी का अध्यक्ष बनना अनिवार्य 


जापान के प्रजातांत्रिक व्यवस्था को ध्यान में रख कर बताया जा रहा है कि जो कोई भी राजनेता जापान का नया प्रधानमंत्री चुने जाने का उम्मीदवार होना चाहेगा उसे पहले सत्तारूढ़ पार्टी एलडीपी का अध्यक्ष बनना होगा. फिलहाल जापान की राजनैतिक स्थिति यह है कि नया प्रधानमंत्री चुने जाने तक शिंजो आबे सरकार चलाते रहेंगे.


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